कश्मीरी पंडितों के आरोप के बाद फिल्म 'हैदर' पर बढ़ा विवाद
हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'हैदर' में कश्मीर के सूर्य मंदिर मार्तण्ड को बुरी आत्माओं का स्थल दर्शाने पर ऑल पार्टीज माइग्रेंट्स कोआर्डिनेशन कमेटी (एपीएमसीसी) के सदस्यों ने मंगलवार को जम्मू प्रेस क्लब परिसर के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनके साथ दर्जनभर अन्य संगठनों के सदस्य भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
जम्मू, जागरण संवाददाता। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'हैदर' में कश्मीर के सूर्य मंदिर मार्तण्ड को बुरी आत्माओं का स्थल दर्शाने पर ऑल पार्टीज माइग्रेंट्स कोआर्डिनेशन कमेटी (एपीएमसीसी) के सदस्यों ने मंगलवार को जम्मू प्रेस क्लब परिसर के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनके साथ दर्जनभर अन्य संगठनों के सदस्य भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
प्रधान विनोद पंडित के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने फिल्म के निर्माता निर्देशक विशाल भारद्वाज का पुतला जलाकर पंडितों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर विरोध व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने विशाल भारद्वाज को शरारती तत्वों की मिलीभगत से कश्मीर के सूर्यमंदिर का इतिहास व ऐतिहासिक महत्ता को नकारने का आरोप लगाते हुए उनसे माफीनामे की मांग की। उन्होंने भारतीय पुरातत्व विभाग व सेंसर बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा फिल्म को हरी झंडी देने के बदले में माफीनामा देने को कहा। पंडित ने कहा कि एपीएमसीसी ने वर्ष 2009 में सूर्य मंदिर मार्तण्ड में हवन यज्ञ किया था।
प्रदर्शनकारियों ने फिल्म के पोस्टर भी जलाए, जिस पर फिल्म के निर्माता निर्देशक विशाल भारद्वाज, सेंसर बोर्ड, भारतीय पुरातत्व विभाग के चित्र बनाए हुए थे।
एपीएमसीसी नेता ने कहा कि अगर फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो संगठन के नेता फिल्म के निर्माता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। वह देशभर में जनआंदोलन कर पंडित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मुद्दा उठाएंगे। प्रदर्शन में जिन प्रमुख पंडित नेताओं ने भाग लिया उनमें विनोद पंडित, किंग भारती, एमके जोगी, रवि काचरू , कुलदीप सपरू, अरुण कांदरू, गिरदारी लाल भट्ट, रतन लाल भट्ट, रविंद्र कौल, टीके जुत्शी, विमर्श कौल, सूरज प्रकाश, राकेश पंडिता व पिंटु जी शामिल हैं।