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'हैदर' को लेकर कश्‍मीरियों में छिड़ी बहस

विशाल भारद्वाज की फिल्म हैदर बेशक कश्मीर में प्रदर्शित नहीं हो पाई है, लेकिन इसे लेकर कश्मीरी पंडित और कश्मीरी मुस्लिम नदी के दो किनारों

By rohitEdited By: Published: Sun, 05 Oct 2014 09:42 AM (IST)Updated: Sun, 05 Oct 2014 09:50 AM (IST)
'हैदर' को लेकर कश्‍मीरियों में छिड़ी बहस

श्रीनगर। विशाल भारद्वाज की फिल्म हैदर बेशक कश्मीर में प्रदर्शित नहीं हो पाई है, लेकिन इसे लेकर कश्मीरी पंडित और कश्मीरी मुस्लिम नदी के दो किनारों की तरह आमने-सामने खड़े नजर आ रहे हैं। आतंकवाद को पृष्ठभूमि में रखते हुए पिछले तीन दशकों में बनी फिल्मों में यह पहली है, जिसे कश्मीरी मुस्लिमों ने सराहते हुए दावा किया है कि यह उनकी कहानी कहती है, जबकि विस्थापित कश्मीरी पंडित इसे उनके जख्मों पर नमक बता रहे हैं।

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हैदर को लेकर ट्विटर, फेसबुक समेत इंटरनेट की विभिन्न सोशल साइट पर जबरदस्त प्रतिक्रिया हो रही है। अनंतनाग जिले के रहने वाले डॉ. मुबसिर कादरी ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, 'जिसने कश्मीर की हकीकत नहीं देखी है, उसे हैदर फिल्म देख लेनी चाहिए। वहीं पुलकित चुरंगु ने कहा कि यह फिल्म सिर्फ एक वर्ग विशेष को प्रताडि़त दिखाती है और ऐसा लगता है कि यह कुछ खास लोगों के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए है। अगर यह कश्मीर की हकीकत पर होती या कश्मीर के हालात पर होती तो हम कश्मीरी पंडितों का विस्थापन भी इसमें जरूर नजर आता। चुरंगु ने कहा, 'मेरा एक ही सवाल है कि आखिर इसमें कश्मीरी पंडितों का विस्थापन और उन पर हुए जुल्म की बात क्यों नहीं दिखाई गई है।

पत्रकार शब्बीर हुसैन ने कहा, 'मैने यह फिल्म दिल्ली में देखी है। मैं बहुत उत्सुक था, क्योंकि इसकी शूटिंग के दौरान मैं कश्मीर में था। कश्मीर को लेकर बहुत फिल्में बनी हैं, जो अल्ट्रा नेशनलिज्म की बात करती हैं, लेकिन कश्मीर की हकीकत से कोसों दूर रही हैं। यह पहली फिल्म है जिसे देखकर मुझे लगा कि यह हमारी बात करती है। लेकिन कई पहलू छूट गए हैं, उन्हें भी दिखाया जाना चाहिए।'

जम्मू निवासी यासीन खान ने फिल्म देखने के बाद कहा कि यह बहुत अच्छी है। मनोहर पंडिता ने हैदर देखने के बाद कहा, आप कहते हैं कि फिल्म में कश्मीर का सच है, अगर ऐसा है तो मेरे भाई के कत्ल की कहानी क्यों नहीं है। यह फिल्म कश्मीरी हैदर के जरिए कश्मीर के एक वर्ग विशेष को मजलूम दिखाते हुए आतंकवाद को सही ठहराती है। इस पर प्रतिबंध होना चाहिए।

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