हेरात में भारतीय का अपहरण

भारतीय वाणिज्य दूतावास पर आतंकी हमले के महज 10 दिन बाद अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में गैर-सरकारी संगठन से जुड़े भारतीय का अपहरण कर लिया गया। फिलहाल, नागरिक की पहचान उजागर नहीं की गई है। वह तमिलनाडु का रहने वाला बताया जा रहा है। किसी आतंकी गुट ने इस अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है। विदेश मंत्रालय इस मामले

By Edited By: Publish:Mon, 02 Jun 2014 10:27 PM (IST) Updated:Mon, 02 Jun 2014 11:34 PM (IST)
हेरात में भारतीय का अपहरण

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारतीय वाणिज्य दूतावास पर आतंकी हमले के महज 10 दिन बाद अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में गैर-सरकारी संगठन से जुड़े भारतीय का अपहरण कर लिया गया। फिलहाल, नागरिक की पहचान उजागर नहीं की गई है। वह तमिलनाडु का रहने वाला बताया जा रहा है। किसी आतंकी गुट ने इस अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है। विदेश मंत्रालय इस मामले को लेकर लगातार अफगान सरकार के संपर्क में है।

हेरात पुलिस प्रवक्ता अब्दुल रउफ अहमदी के मुताबिक भारतीय नागरिक का अपहरण उस वक्त हुआ जब वो शाहरक-ए-सादत गांव स्थित स्कूल के दौरे पर गया था। अफगान पुलिस के अनुसार भारतीय नागरिक उन्हें जानकारी दिए बिना इस इलाके में गया था। अफगानिस्तान में विदेशी नागरिकों को असुरक्षित इलाके में जाने से पहले इसकी जानकारी पुलिस को देना अनिवार्य है। सूत्रों के अनुसार हेरात प्रांत के जेंदा जान जिले से अपहृत भारतीय नागरिक शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाले गैर-सरकारी संगठन जीआरएस के लिए काम कर रहा था। विदेश मंत्रालय ने अपहरण की तस्दीक करते हुए कहा कि भारतीय नागरिक का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय दूतावास अफगान सरकार और हेरात प्रशासन के संपर्क में है।

भारतीय नागरिक के अपहरण का यह मामला हेरात स्थित वाणिज्य दूतावास पर आतंकी हमले की घटना के बाद सामने आया है। भारत में नरेंद्र मोदी सरकार के शपथ ग्रहण से पहले हुए इस हमले में भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने 24 मई को भारतीय दूतावास पर हमला किया था। दस घंटे की मुठभेड़ के बाद भारतीय और अफगान सुरक्षा बलों ने हमलावरों को मार गिराया था।

ताजा घटनाओं ने अगले माह अफगानिस्तान से शुरू हो रही अंतरराष्ट्रीय सेनाओं की वापसी के मद्देनजर भारतीय हितों की सुरक्षा की चिंताएं बढ़ा दी हैं। सुरक्षा चिंताओं का जमीनी जायजा लेने के लिए विदेश सचिव सुजाता सिंह गत सप्ताहांत ही अफगानिस्तान से लौटी हैं। अपेक्षाकृत शांत समझे जाने वाले पश्चिमी प्रांत में हालिया घटनाओं के मद्देनजर भारत हेरात स्थित वाणिज्य दूतावास को अधिक सुरक्षित स्थान पर ले जाने पर भी विचार कर रहा है।

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