भारत और जापान के बीच कई समझौतों पर लगी मुहर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों की ओर से रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा की गयी।
अहमदाबाद, जेएनएन। भारत और जापान की 12वीं सालाना बैठक में गुरुवार को 15 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। पीएम मोदी ने साझा प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट नए भारत की लाइफ लाइन होगी। पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच हुए समझौतों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले जापानी समुदाय की खानपान की सुविधाओं के लिए कूल बॉक्स सर्विस शुरु की जाएगी, जिससे कि जापानी लोग अपने पंसदीदा खाने के लुफ्त उठा सकेंगे। उन्होंने जापानी कंपनियों को भारत में रेस्टोरेंट चेन बनाने के लिए भी आमंत्रित किया।
किन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
- विज्ञान और तकनीक को लेकर समझौता
- भारत की डीबीटी और जापान की एआईएसटी के बीच साझा रिसर्च समझौता
- अनुसंधान के क्षेत्र में प्रमोशन और कॉर्पोरेशन को लेकर समझौता
- जापान की निप्पॉन स्पोर्ट साइंस यूनिवर्सिटी और भारत की एलएनआईपी के बीच अकैडमिक और स्पोर्ट एक्सचेंज को लेकर समझौता
- भारत-जापान इनवेस्टमेंट प्रमोशन रोडमैप
- मेक इन इंडिया प्रोग्राम के लिए भारत-जापान का स्पेशल प्रोग्राम
- उड्डयन के क्षेत्र में समझौता
- आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में समझौता
- भारत जापान के एक्ट ईस्ट फोरम को लेकर समझौता
- कूल ईएमएस सर्विस के क्रियान्वयन को लेकर समझौता
- जापानी भाषा में पढ़ाई को लेकर समझौता
- स्पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और यूनिवर्सिटी ऑफ तसुकबा के बीच समझौता
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों की ओर से रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा की गयी। समुद्री सुरक्षा के मुद्दे पर एक दूसरे के सहयोग और संपर्क को लेकर चर्चा की गयी। दोनों देशों ने वायु सेनाओं और थल सेनाओं के बीच संपर्क और सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। जापान-इंडिया फोरम के जरिए एक्ट ईस्ट पॉलिसी के विस्तार को लेकर कार्य किए जाने की बात पर सहमति बनी। जयशंकर ने जानकारी दी कि दोनों नेताओं के बीच मुख्य वार्ता में रोहिंग्या मुद्दा नहीं उठाया गया। लेकिन इसका उल्लेख किया गया।
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