हैदराबाद निवासी युवती के लिए पाकिस्‍तान में जन्‍म लेना बना 'परेशानी का सबब'

पाकिस्‍तान में जन्‍मी हैदराबादी युवती ने गृहमंत्रालय से भारतीय नागरिकता देने की गुहार लगायी है।

By Monika minalEdited By: Publish:Thu, 12 Jan 2017 01:35 PM (IST) Updated:Thu, 12 Jan 2017 01:45 PM (IST)
हैदराबाद निवासी युवती के लिए पाकिस्‍तान में जन्‍म लेना बना 'परेशानी का सबब'

हैदराबाद (जेएनएन)। पाकिस्तान में पैदा होने वाली 23 वर्षीय महिला ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर भारतीय नागरिकता की मांग की है। सैय्यदा के पिता भारतीय मूल के हैं और उनकी मां को 2010 में भारत की नागरिकता दी गयी।

वीजा की बढ़ाई गयी अवधि के साथ हैदराबाद में रह रही सैय्यदा ने पहली बार 2003 में वीजा के लिए आवेदन किया था। इस मामले को पहली बार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नोटिस किया था और मामले को गृहमंत्रालय से संबंधित बताया था। मंगलवार को सैय्यदा ने सिंह को पत्र लिखा, ‘मैं कैद में हूं। मेरा जन्म पाकिस्तान में हुआ लेकिन अपने माता-पिता के साथ बचपन में भारत आ गयी। मैं यहां नौकरी नहीं कर सकती, आगे पढ़ाई नहीं कर सकती क्योंकि इस सब के लिए मुझे वीजा में बदलाव चाहिए।‘

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सैय्यदा के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है। उन्होंने गृहमंत्री को अपनी याचिका में लिखा कि यात्रा पर पाबंदियों की वजह से कई प्रवेश परिक्षाएं छूट गयी। ‘मैंने अपनी स्कूल व कॉलेज की पढ़ाई यहीं की है। मैं मेधावी छात्रा रही हूं लेकिन ग्रेजुएशन के बाद भारतीय नागरिकता मिलने का इंतजार कर रही हूं। मेरा पूरा करियर और भविष्य इसपर ही निर्भर करता है। कृप्या जल्द से जल्द मुझे नागरिकता दिलवाने में मदद करें।‘

नाबालिग होने के कारण सैय्यदा का पहला आवेदन खारिज कर दिया गया था। उन्होंने अपने पत्र में यह भी लिखा है, ‘मुझे 2003 में ओथ ऑफ एलिजिएंस (निष्ठा की शपथ) दिलाई गयी थी और बालिग होने पर आवेदन करने को कहा गया था।‘ सैय्यदा का नवीनतम आवेदन 26 मार्च, 2010 को भेजा गया जो अब तक लंबित है। उन्हें तीसरी बार अगस्त 2014 में ओथ दिलाया गया।

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