आफत की बरसात, 31 की मौत

उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बरसात आफत बनती जा रही है। अलग-अलग घटनाओं में मकान-दीवार ढहने से उत्तर प्रदेश में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों के घायल होने की खबर है। वहीं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में

By Sachin kEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2015 01:46 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2015 05:50 AM (IST)
आफत की बरसात, 31 की मौत

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बरसात आफत बनती जा रही है। अलग-अलग घटनाओं में मकान-दीवार ढहने से उत्तर प्रदेश में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों के घायल होने की खबर है। वहीं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बादल फटने से छह लोगों की जान चली गई। तीन स्थानों पर भूस्खलन होने से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया। आवाजाही रुकने से दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंसे हैं। हरियाणा के सोनीपत में दोमंजिला भवन गिरने से एक किसान सहित छह लोगों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया।

हिसार के कैमरी गांव में घर की कच्ची छत गिरने से मलबे में चार लोग दब गए। एक महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि तीन को अस्पताल में दाखिल कराया गया। देहरादून में एक रेस्तरां ढहने से मजदूर की जान चली गई और आठ लोग घायल हो गए। उत्तराखंड में पिछले 40 घंटे से हो रही बारिश के बीच जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से कई संपर्क मार्ग बंद हो गए। दिल्ली में सड़कों पर जाम के कारण यातायात प्रभावित हुआ, वही बारिश के कारण खराब हुई बसें और जलभराव के कारण भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

उप्र के गांवों में घुसा पानी
उत्तर प्रदेश में तेज बारिश से नदियां उफान पर हैं। कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया और ग्रामीणों ने सुरक्षित स्थानों की पलायन शुरू कर दिया है। भारी बारिश की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। शहरों में जलभराव से लोग परेशान रहे। उफनाते नालों का पानी सड़कों पर बहता रहा। कई जिले बिजली आपूर्ति बाधित होने की वजह से अंधेरे में रहे।

दो दिन बाद केदारनाथ पैदल यात्रा फिर शुरू
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच दो दिन बाद केदारनाथ पैदल यात्रा फिर से शुरू हो गई। सुबह सोनप्रयाग से दो सौ से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ रवाना किए गए। करीब सौ से ज्यादा यात्री हेलीकॉप्टर से बाबा केदार के दर्शनों को पहुंचे। बदरीनाथ और हेमकुंड यात्रा भी सुचारु रही। हालांकि खराब मौसम के कारण गोविंदघाट से हेमकुंड के लिए हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। ऋषिकेश के हेंवल नदी में उफान आने से शनिवार देर रात फूलचट्टी के पास नदी पर बना लकड़ी का पुल बह गया, जिससे नदी पार बने गेस्ट हाउस में दो विदेशी समेत तीन पर्यटक फंस गए। पुलिस ने तीनों को सकुशल बचा लिया।

जम्मू में रोकी गई अमरनाथ यात्रा
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन के नजदीक भूस्खलन होने पर बाबा अमरनाथ यात्रा को जम्मू में ही रोक लिया गया। श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना नहीं किया गया। यात्रा के आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर में दो हजार से अधिक श्रद्धालु ठहरे हुए हैं और यात्रा पर रवाना होने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए अब तक करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए हैं।

रोहतांग दर्रा में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश में तीन दिन से हो रही बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है। राज्य के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों मे बर्फबारी की सूचना है जबकि अन्य क्षेत्रों में व्यापक बारिश हो रही है। अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। 24 घंटे के दौरान आठ डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। बर्फबारी की वजह से रोहतांग दर्रा यातयात के लिए अवरुद्ध हो गया।

गुजरात में बाढ़ से 10 शेर मरे
नई दिल्ली : गुजरात के कुछ हिस्सों में हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ ने 10 शेरों, 1,600 से ज्यादा नील गायों और तकरीबन 90 चीतलों सहित अन्य वन्य जीवों की जान ले ली है। राज्य के प्रधान वन संरक्षक द्वारा केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को दी गई एक रिपोर्ट से यह बात सामने आई है। इसके अनुसार वन्य प्राणियों की मौतें मुख्यतौर पर अमरेली और भावनगर जिलों में हुईं हैं। वन अधिकारी इन दो जिलों में 80 से ज्यादा शेरों को ढूंढने में सफल रहे जो सुरक्षित घूम रहे थे।
संबंधित अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी