गंगा के अच्छे दिन लाने की कोशिश शुरू

पतित पावनी गंगा के भी अब अच्छे दिन आने वाले हैं। मोदी सरकार के प्राथमिकता में शुमार गंगा निर्मलता का कार्य अब शुरू हो चुका है। मंगलवार को आई राष्ट्रीय गंगा रिवर बेसिन प्राधिकरण [एनजीआरबीए] की टीम ने एनजीआरबीए में तैयार किए गए 4.43 अरब रुपये के प्रोजेक्ट को देखा व मैस्कर घाट समेत पुराने इलाकों का निरीक्षण किया।

By Edited By: Publish:Wed, 23 Jul 2014 02:45 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jul 2014 02:46 AM (IST)
गंगा के अच्छे दिन लाने की कोशिश शुरू

कानपुर, जासं। पतित पावनी गंगा के भी अब अच्छे दिन आने वाले हैं। मोदी सरकार के प्राथमिकता में शुमार गंगा निर्मलता का कार्य अब शुरू हो चुका है। मंगलवार को आई राष्ट्रीय गंगा रिवर बेसिन प्राधिकरण [एनजीआरबीए] की टीम ने एनजीआरबीए में तैयार किए गए 4.43 अरब रुपये के प्रोजेक्ट को देखा व मैस्कर घाट समेत पुराने इलाकों का निरीक्षण किया। टीम बुधवार को कानपुर विकास प्राधिकरण [केडीए] व प्रशासनिक अफसरों के साथ गंगा रिवर फ्रंट के प्रोजेक्ट को मौके पर जाकर देखेगी।

मोक्षदायिनी गंगा को साफ करने के लिए दैनिक जागरण द्वारा गंगा जागरण अभियान चलाया जा रहा है। मोदी सरकार ने अपने पहले बजट में गंगा के घाटों के सुंदरीकरण के लिए सौ करोड़ रुपये रखे हैं, इसमें कानपुर को भी शामिल किया गया है। इसी कड़ी में जवाहर लाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन के तहत कानपुर में सीवरेज के 190.89 करोड़, 141 करोड़ और 207 करोड़ रुपये के तीन फेज चल रहे हैं। इसमें 15, 42, 43 व 210 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण चल रही है।

इसके अलावा सीवर का पानी एक बूंद भी गंगा में न गिरे, इसके लिए एनजीआरबी में 4.43 अरब रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इसमें 443 किलोमीटर 34 वार्डो को देखा जाएगा। इस प्रोजेक्ट को टीम के तकनीकी सलाहाकार देवेंद्र सिंह ढकोला व रजत गुप्ता, जल निगम लखनऊ के हरीश चंद्र ने देखा। उन्होंने जल निगम के अभियंताओं से कहा कि वास्तविक स्थिति देखकर प्रोजेक्ट तैयार किया जाए।

पढ़ें: गंगा में जलस्तर बढ़ा, नहीं घटा प्रदूषण

पढ़ें: गंगा सहित सभी नदियों का स्वच्छ करने का करुंगा प्रयास: गंगवार

chat bot
आपका साथी