कर्नाटक में अगले दो महीने तक और बंद रहे स्कूल- पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने किया आग्रह

कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है इसका संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में अभी स्कूलों को फिर से खोलना सही नहीं होगा।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 02:36 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 02:43 PM (IST)
कर्नाटक में अगले दो महीने तक और बंद रहे स्कूल- पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने किया आग्रह
कर्नाटक में अगले दो महीने तक और बंद रहे स्कूल- पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने किया आग्रह

बेगलुरु, पीटीआइ। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि अगले दो महीने और राज्य में स्कूल नहीं खोलना चाहिए। गुरुवार को उन्होंने बताया कि अभी कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है इसका संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में अभी स्कूलों को फिर से खोलना सही नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री  बीएस येदियुरप्पा और सीनियर एजुकेशन मिनिस्टर सुरेश कुमार को सलाह दी है कि इस संदर्भ में उन्हें किस भी प्रकार से जल्दबाजी में  निर्णय नहीं लेना चाहिए। 

ट्वीट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा कि हालांकि राज्य में कोरोना का संक्रमण सीमित है, लेकिन बावजूद इसके राज्य में स्कूलों को दोबारा से शुरू करने का यह सही समय नहीं है। कम से कम 2 महीने तक तो स्कूल नहीं खुलने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा मंत्री जुलाई से दोबारा से स्कूल शुरू करने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री को इस बारे में किस भी प्रकार का फैसला लेने से पहले अभिभावकों की चिंता पर भी ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि ब्रिटेन, फ्रांस और इटली जैसे देशों में फिर से स्कूल खोलने पर बच्चों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। तो ऐसे में यह अच्छा रहेगा की दो महीने बाद सभी स्थितियों की समीक्षा करने के बाद स्कूल को दोबारा से खोलने पर विचार किया जाए। 

बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण बना हुआ है। कर्नाटक की पहला ऐसा राज्या है जहां पर कोरोना से पहली मौत हुई थी हालांकि इससे पहले केरल में संक्रमित मामले सबसे पहले सामने आए थे। कर्नाटक के बाद धीरे-धीरे यह वायरस पूरे देश में फैल गया और अब संक्रमितों का आंकड़ा समूचे भारत में 2 लाख से ज्यादा हो गया है। वहीं मरनेवालों का आंकड़ा 6 हजार से ज्यादा हो गया है। चीन के वुहान से फैले इस वायरस का अभी तक कोई कारगर इलाज नहीं मिल पाया है। 

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