छत्तीसगढ़: सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़, दो जवान शहीद, सात घायल

डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने बताया कि दुरमा में हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हुए हैं।

By Manish NegiEdited By: Publish:Sat, 24 Jun 2017 03:50 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jun 2017 09:31 PM (IST)
छत्तीसगढ़: सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़, दो जवान शहीद, सात घायल
छत्तीसगढ़: सुकमा में नक्सलियों से मुठभेड़, दो जवान शहीद, सात घायल

रायपुर, पीटीआई। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार को नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए और सात घायल हुए हैं। डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने बताया कि दुरमा में हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हुए हैं। वहीं तोंडामरका के जंगलों में हुई मुठभेड़ में एसटीएफ के पांच जवान घायल हो गए। सभी घायलों को हेलीकॉप्टर से रायपुर पहुंचाया गया, जहां उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि दो जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है।

सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि शनिवार सुबह पौने नौ बजे से शुरू हुई मुठभेड़ चार घंटे तक चली। जवानों ने कई नक्सलियों को मार गिराया, लेकिन उनके शव लेकर नक्सली भागने में सफल हो गए। डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने दावा किया है कि सुकमा मुठभेड़ में 15-20 नक्सली भी मारे गए हैं। तोंडामरका मुठभेड़ में पांच एसटीएफ जवानों के घायल होने की सूचना के बाद जगदलपुर से वायुसेना का हेलीकॉप्टर रवाना किया गया था। अवस्थी ने बताया कि सुकमा के जंगलों में 150 से 200 नक्सलियों के जमा होने का इनपुट मिला था, जिसके आधार पर ऑपरेशन प्रहार शुरू किया गया था। इसमें 1500 से ज्यादा जवानों को उतारा गया था। ऑपरेशन से नक्सलियों को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ शुरू हुआ यह ऑपरेशन अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन है। एक नक्सली का शव बरामद कर लिया है। बड़ी संख्या में हथियार भी मिले हैं। माओवादियों के हथियार बनाने की फैक्ट्री भी तबाह कर दी गई है।

बीजापुर में भी नक्सली ढेरबीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के पिडि़या जंगल में शनिवार को हुई मुठभेड़ में जवानों ने एक नक्सली को मार गिराया। घटनास्थल से शव के साथ हथियार बरामद किए गए हैं। पीएचक्यू से हो रही मॉनिटरिंगअवस्थी ने कहा कि आठ मई के बाद जवानों ने माओवादियों के खिलाफ कई ऑपरेशन किए हैं। मुठभेड़ को लेकर पुलिस मुख्यालय में आला अधिकारियों की बैठक जारी है, जिसमें उनके अलावा एयरफोर्स कमांडर अजय शुक्ला, सीआरपीएफ आइजी देवेंद्र चौहान समेत कई आला अधिकारी मौजूद रहते हैं। पीएचक्यू से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय को पल-पल की रिपोर्ट दी जा रही है।

इसी साल 24 अप्रैल को भी नक्सलियों ने चिंतागुफा में घात लगाकर सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। 

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