तेलंगाना: रक्षाबंधन के दिन भाई की मौत से आहत बहनें, राखी बांध दी अंतिम विदाई

भाई-बहन के रिश्ते को एक धागे से और मजबूत बनाने वाले त्योहार रक्षा बंधन के दिन ही तेलंगाना में लंबे समय से बीमार चल रहे लक्षमैयाह की मौत हो गई लेकिन उनकी पांच बहनों ने मृत भाई की कलाई पर राखी बांध अंतिम विदाई दी।

By Monika MinalEdited By: Publish:Mon, 23 Aug 2021 10:25 AM (IST) Updated:Mon, 23 Aug 2021 10:25 AM (IST)
तेलंगाना: रक्षाबंधन के दिन भाई की मौत से आहत बहनें, राखी बांध दी अंतिम विदाई
अंत्येष्टि के पहले मृत भाई की कलाई पर पांच बहनों ने बांधी राखी

 नालगोंडा, एएनआइ। तेलंगाना (Telangana) के नालगोंडा जिले (Nalgonda district) में रविवार को अपने मृत भाई की कलाई पर पांच बहनों ने रक्षा सूत्र बांध कर अंतिम विदाई ( funeral procession) दी। नालागोंडा जिले के मदगुलापल्ली मंडल के मालागुदेम गांव में घटी इस घटना के दृश्य ने लोगों को और रुला दिया। 50 वर्षीय लक्षमैयाह (Lakshmaiah) लंबे समय से बीमार थे और रविवार को उनकी मौत हो गई। पांच बहनों  नेे मिलकर मृत भाई की कलाई पर राखी  बांधी और अंतिम विदाई दी। हृदय विदारक इस दृश्य को देखने वाले वहां मौजूद गांव के सभी लोग रो पड़े। 

राखी का त्योहार बदला मातम में 

लक्ष्मैया की पांचों बहनें भाई को राखी बांधने के लिए शनिवार शाम को ही आ गई थीं। दुर्भाग्यवश रविवार को रक्षाबंधन की सुबह ही लक्ष्मैया की तबियत अधिक खराब हो गई और उनकी मौत हो गई। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। मातम के बीच लक्ष्मैया के अंतिम संस्कार की तैयारियां हो रहीं थी। तभी पांचों बहनों ने भाई की कलाई को सूना न छोड़ने का फैसला लिया और इरा लक्ष्म्मा, नामा पद्मा, अलापुरी वेंकटम्मा, कादिरी कोटम्मा और जक्की कविता ने मृत भाई को राखी बांधी। अंतिम विदाई देते हुए लक्ष्मैया की बहन पद्मा ने कहा कि उनकी शादी के बाद एक भी ऐसा रक्षा बंधन नहीं हुआ जब उन्होंने अपने भाई को राखी नहीं बांधी हो।

राजस्थान में भी ऐसी ही घटना

ऐसी ही एक घटना राजस्थान के जीवद गांव में हुई। रक्षाबंधन के दिन रविवार सुबह युवक नदी के पास भैंस चराने गया। वहीं पास की नदी में नहाने लगा और डूबने से मौत हो गई। उसकी बहनों का इकलौते भाई को खोने के गम में बुरा हाल हो गया। शव घर आने के बाद दोनों बहनों ने रोते-रोते मृत भाई की कलाई पर राखी बांधकर अंतिम विदाई दी।

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