इजरायल से मिली लाइट मशीन गनों की पहली खेप, सीमा के अग्रिम मोर्चो पर सैनिकों की बढ़ेगी मारक क्षमता

चीन से सीमा पर तनाव के बीच भारत की हथियारों की आपात खरीद की मुहिम के तहत इजरायल से भारतीय सेना के लिए छह हजार नेगेव लाइट मशीन गन (एलएमजी) हासिल कर ली गई हैं। इन मशीन गनों को परखने के लिए जबलपुर भेज दिया गया है।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 10:08 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 10:13 PM (IST)
इजरायल से मिली लाइट मशीन गनों की पहली खेप, सीमा के अग्रिम मोर्चो पर सैनिकों की बढ़ेगी मारक क्षमता
भारतीय सेना के लिए छह हजार नेगेव लाइट मशीन गन (एलएमजी)

नई दिल्ली, आइएएनएस। चीन से सीमा पर तनाव के बीच भारत की हथियारों की आपात खरीद की मुहिम के तहत इजरायल से भारतीय सेना के लिए छह हजार नेगेव लाइट मशीन गन (एलएमजी) हासिल कर ली गई हैं। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि फास्ट ट्रैक प्रक्रिया को अपनाते हुए पिछले साल 19 मार्च को भारत ने इजरायल के साथ 16,479 नेगेव लाइट मशीन गन (एलएमजी) खरीदने के लिए 800 करोड़ रुपये का करार किया था, ताकि सीमा पर चीन और पाकिस्तान से मुकाबले के लिए अग्रिम मोर्चो पर तैनात जवानों की मारक क्षमता बढ़े। सेना को जनवरी के मध्य में ही मुंबई में छह हजार एलएमजी की पहली खेप मिल गई है। 

छह हजार मशीन गन को मुंबई से जबलपुर भेजा गया

इन मशीन गनों को परखने के लिए जबलपुर भेज दिया गया है। इस सौदे की बाकी मशीन गन इसी साल मार्च के अंत में आने की उम्मीद है। नेगेव 7.62 गुणे 51 एमएम लाइट मशीन गन युद्ध के लिए एक बेहतरीन हथियार है। मौजूदा समय में दुनिया भर के कई देश इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। मौजूदा समय में भारतीय जवान जिन बंदूकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उसके मुकाबले में एलएमजी सैनिकों के निशाना लगाने के दायरे को बढ़ाने के साथ ही इसे अचूक बनाने का भी काम करेगी।

सरकार के मेक इन इंडिया अभियान के तहत भारतीय सेना की बाकी जरूरतों के लिए भारतीय उद्योग प्री-ट्रायल स्टेज पर काम कर रहा है। रक्षा मंत्री का कहना है कि आपात सैन्य अभियानों में अग्रिम मोर्चो पर तैनात सैनिकों के लिए बेहद जरूरी हथियारों का प्रविधान किया जा रहा है।

भारत को एफ-15ईएक्स जेट बेचने को बोइंग ने अमेरिकी सरकार से ली अनुमति

नई दिल्ली, प्रेट्र। अमेरिकी विमानन कंपनी बोइंग ने भारतीय वायुसेना के लिए अपने एफ-15ईएक्स बहुआयामी जेट विमानों को बेचने की पेशकश के लिए अमेरिकी सरकार से इजाजत ले ली है।भारत में बोइंग के प्रमुख अंकुर कनगलेकर ने गुरुवार को बताया कि अगली पीढ़ी का यह युद्धक विमान पेलोड और प्रदर्शन के मामले में बेहतरीन है। उन्होंने बताया कि इस विमान को भारत को बेचने के लिए कंपनी को अमेरिकी सरकार से लाइसेंस मिल गया है। 

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