मतदाता सूची में उम्र का विश्व रिकॉर्ड बना रहा मेरठ, आयोग ने दिए जांच के आदेश

उम्र का विश्व रिकॉर्ड बनाते मतदाताओं की मेरठ में भारी संख्या देखकर खुद भारत निर्वाचन आयोग भी हैरान है। आयोग ने सत्यापन के निर्देश जारी किए हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Thu, 12 Jul 2018 02:27 PM (IST) Updated:Thu, 12 Jul 2018 02:28 PM (IST)
मतदाता सूची में उम्र का विश्व रिकॉर्ड बना रहा मेरठ, आयोग ने दिए जांच के आदेश
मतदाता सूची में उम्र का विश्व रिकॉर्ड बना रहा मेरठ, आयोग ने दिए जांच के आदेश

मेरठ [नवनीत शर्मा]। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में उम्र का शतक लगाकर 120 साल पूरे कर चुके मतदाताओं की बड़ी संख्या ने भारतीय निर्वाचन आयोग को भी हैरान कर दिया है। धरातल पर बेशक मतदाता सूची की हकीकत कुछ और हो, लेकिन फिलहाल शतकवीरों में शामिल नाम दीर्घ आयु के मामले में मेरठ का नाम रोशन कर रहे हैं। इन उम्रदराज मतदाताओं की सच्चाई जांचने के लिए निर्वाचन आयोग के आदेश पर अब विशेष अभियान भी जिले में शुरू किया गया है। विधानसभावार जारी सूची के अनुसार जिले में सवा सौ साल के मतदाताओं के नाम अभी भी बड़ी संख्या में शामिल हैं।

सूची के अनुसार सबसे अधिक चौकाने वाला सच किठौर विधानसभा क्षेत्र में मौजूद है। जहां एक वोटर 131 साल की आयु पार कर चुका है और अभी भी मतदाता सूची में जिंदा है। बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता भी सूची की शान बढ़ा रहे हैं जो अपनी जिंदगी का 120वां बसंत भी देख चुके हैं। इसके अलावा 90 से 100 साल की आयु वाले मतदाताओं की संख्या तो हजारों में हैं। उम्र का विश्व रिकॉर्ड बनाते मतदाताओं की मेरठ में भारी संख्या देखकर खुद भारत निर्वाचन आयोग भी हैरान है। आयोग ने ऐसे मतदाताओं का सच जानने के लिए सत्यापन के निर्देश जारी किए हैं।

शुरू हुआ उम्रदराजों का सत्यापन
जिले में शुरू हुए सत्यापन अभियान ने शतकवीर मतदाता सूची का सच और हर स्तर पर बरती गई लापरवाही की परतों को खोलना शुरू कर दिया है। पहले चरण के सत्यापन में सामने आया कि अधिकांश मतदाताओं की आयु ही मतदाता सूची में गलत दर्ज की गई थी। जबकि सैकड़ों की संख्या में ऐसे मतदाता सूची में जिंदा थे, जिनकी मृत्यु वर्षों पहले ही हो चुकी थी। अब सत्यापन के साथ-साथ मतदाताओं की उम्र को लेकर निर्वाचन सूची में बनी भ्रम की स्थिति को ठीक करने का काम शुरू किया है।

घर बैठकर किया पुनरीक्षण
मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर हर बार अधिकारियों के पास शिकायतों का अंबार लगता है। इसके अलावा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम ही सूची से गायब मिलते हैं। पिछले दिनों हुए निरीक्षण के दौरान कई बीएलओ शहरी क्षेत्र में एक घर बैठकर ही पुनरीक्षण करते हुए मिले, जबकि घर-घर जाकर मतदाता सूची का पुनरीक्षण का निर्देश है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश बीएलओ स्थानीय होने के कारण पुरानी सूची को देखकर पुनरीक्षण का काम पूरा किया गया, जिससे बड़े स्तर पर पहली सूची वाले ही नाम दूसरी में शामिल होते रहे।

नहीं मिल रहे सूची वाले 'दादा जी'
आयोग के निर्देश पर बीएलओ अब घर-घर जाकर बड़ी आयु वाले मतदाताओं को खोज रहे हैं। पिछले दो सप्ताह में अभी तक एक भी ऐसा मतदाता बीएलओ को नहीं मिल सका है, जिसका नाम 110 से 120 आयु वाले मतदाता के रूप में सूची में शामिल है।

जिले में मतदाताओं की स्थिति
90 से 100 वर्ष आयु वाले - 6186
100 से 105 वर्ष आयु वाले - 494
105 से 110 वर्ष आयु वाले - 502
110 से 120 वर्ष आयु वाले - 51
130 से अधिक वर्ष आयु वाले - 1

अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी ने कहा
मतदाता सूची में बड़ी आयु के मतदाताओं का नाम शामिल है, जिनका सत्यापन कराया जा रहा है। इनमें से कई की मृत्यु हो चुकी है, जबकि कुछ की आयु बढ़ी हुई दर्ज हैं। सत्यापन के साथ ही गड़बड़ी को सही कराया जा रहा है।

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