Lok Sabha Election 2024 के लिए '4M' सबसे बड़ी चुनौती, आखिर कैसे होगा निपटारा; चुनाव आयुक्त ने बताया क्या होगी प्लानिंग

लोकसभा चुनाव 2024 का आयोजन 19 अप्रैल से 1 जून के बीच सात चरणों में किया जाएगा। इस बीच चुनाव आयुक्त ने 4M में Muscle Money Misinformation और MCC Violation का जिक्र किया है। इन सभी को चुनाव आयोग ने अपने लिए एक चुनौती बताया है। हालांकि इन समस्याओं के निपटारे के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों के एलान से पहले ही तैयारियां कर ली है।

By Shalini Kumari Edited By: Shalini Kumari Publish:Sat, 16 Mar 2024 05:20 PM (IST) Updated:Sat, 16 Mar 2024 05:20 PM (IST)
Lok Sabha Election 2024 के लिए '4M' सबसे बड़ी चुनौती, आखिर कैसे होगा निपटारा; चुनाव आयुक्त ने बताया क्या होगी प्लानिंग
चुनाव आयुक्त ने बताई आयोग के सामने आने वाली चुनौतियां (रायटर्स)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Lok Sabha Election 2024: मुख्य निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान कर दिया है। 18वीं लोकसभा चुनाव का आयोजन सात चरणों में किया जाएगा। वहीं, वोटों की गिनती 4 जून को की जाएगी।

पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल, दूसरे चरण का चुनाव 26 अप्रैल, तीसरे चरण का चुनाव 7 मई, चौथे चरण का चुनाव 13 मई, पांचवें चरण का चुनाव 20 मई, छठे चरण का चुनाव 25 मई और आखिरी चरण का चुनाव 1 जून को किया जाएगा।

चुनाव आयुक्त ने बताई अपनी चुनौतियां

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव से जुड़ी बहुत-सी बातों का जिक्र किया है।  दरअसल, चुनाव आयुक्त ने तारीखों का एलान करने के साथ ही '4M'का भी जिक्र किया है। इसे चुनाव आयोग ने अपने लिए चुनौती माना है, लेकिन इसके साथ ही, उससे निपटने का रास्ता भी ढूंढ़ लिया है।

दरअसल, चुनाव आयुक्त ने '4M' में Muscle, Money, Misinformation और MCC Violation का जिक्र किया है। MCC Violation का अर्थ आचार संहिता का उल्लंघन करना है। इन सभी समस्याओं के निपटारे के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों के एलान से पहले ही तैयारियां कर ली थीं और आज से चुनाव आयोग के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो जाएगी।

शक्ति प्रयोग को काबू करने की तैयारी

राजीव कुमार ने कहा कि सबसे पहले मसल पावर (Muscle Power) को कंट्रोल करने के लिए सीएपीएफ की तैनाती पर्याप्त संख्या में और कड़ी कर दी जाएगी। इस बार चुनाव से पहले नया प्रयोग किया जा रहा है। दरअसल, इस बार किसी प्रकार की हिंसा और खूनी-खेल को रोकने का प्रयास किया जाएगा।

ग्रीवेंसेज पोर्टल और कंट्रोल रूम में एक सीनियर अधिकारी को तैनात किया जाएगा, जो किसी भी तरह की शिकायत आने पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करेंगे। जहां से भी अवैध सामान पहुंच सकता है, उन सभी जगहों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कई जगहों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी। डबल वोटिंग मामले में भी सख्त कार्रवाई होगी।

धन प्रयोग के लेकर होगी सख्ती

दूसरी समस्या, धन/ पैसों (Money Power) को लेकर राजीव कुमार ने कहा कि 3400 करोड़ रुपये का कैश जब्त किया गया है, जो पूर्व चुनाव से करीब 800 गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में बल प्रयोग ज्यादा होता है, तो वहीं कुछ राज्यों में धन का प्रयोग बहुत ज्यादा किया जाता है।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक की गई है। जीएसटी, एक्साइज, इनकम टैक्स, एसएसबी, नारकोटिक्स और जहां से भी मुफ्त रेवड़ी आने की  गुंजाइश है, वहां कड़ी निगरानी की जाएगी। सड़क मार्ग से पैसे ले जाने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। जिन राज्यों में कमर्शियल के अलावा अन्य एयर स्ट्रिप हैं, वहां उतरने वाले चार्टर्ड विमानों और हेलीकॉप्टरों की चेकिंग होगी। रेलवे में भी कड़ी जांच की जाएगी।

गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

गलत जानकारी (Misinformation) पर राजीव कुमार ने कहा कि हमें सोशल मीडिया पर भी खास फोकस रखना है। गलत होने पर आलोचना करना स्वीकार्य है, लेकिन गलत जानकारी नहीं देनी है। किसी भी तरह की गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। आईटी एक्ट के सेक्शन 69 के तहत सभी प्रदेशों को सोशल मीडिया पोस्ट हटवाने का अधिकार दिया जाएगा। इस बात का भी खास ध्यान रखा जाएगा कि किसी भी प्रकार के पोस्ट से माहौल खराब होता है, तो पोस्ट को लेकर एकजुट करने का काम किया जाएगा।

उन्होंने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया बहुत बड़ा झूठ का बाजार है, इसे आगे न बढ़ाएं। इसके लिए फैक्ट चेक किया जाएगा।

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आचार संहिता का ध्यान रखने के लिए 2100 ऑब्जर्वर तैनात

चुनाव आयुक्त ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर कहा कि सभी स्टार प्रचारकों को गाइडलाइन की कॉपी दी जाएगी। अब हम मोरल सेंसर से आगे जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल आराम से प्रचार करें, शोर शराबा कम हो। सभी पार्टियों से कहा गया है कि वह प्रचार के दौरान गलत शब्दों के प्रयोग से बचें और बच्चों का इस्तेमाल किसी भी प्रकार के चुनाव प्रचार में नहीं किया जाना चाहिए।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन न हो, इसके लिए 2100 ऑब्जर्वर अपॉइंट किए जा रहे हैं।

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