दिल्‍ली की पहली बारिश में ही मेट्रो सुरंग बन गई 'झरना', डराती हैं ये तस्वीरें

राजधानी दिल्ली मानसून की पहली बारिश भी बर्दाश्त नहीं कर पाई। मेट्रो की सुरंग में झरना बहने लगा, तो सड़कों पर बसें-गाड़ियों पानी में डूब गईं। देखिए दिल्ली बारिश की डराने वाली तस्वीरें।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Sat, 14 Jul 2018 02:44 PM (IST) Updated:Sat, 14 Jul 2018 03:03 PM (IST)
दिल्‍ली की पहली बारिश में ही मेट्रो सुरंग बन गई 'झरना', डराती हैं ये तस्वीरें
दिल्‍ली की पहली बारिश में ही मेट्रो सुरंग बन गई 'झरना', डराती हैं ये तस्वीरें

नई दिल्ली (जेएनएन)। हर साल मानसून आता है और अपने साथ आफत भी लाता है। लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर मानसून के मौसम से निपटने के लिए हम पहले से तैयार क्यों नहीं रहते? गांव-देहात, गली-नुक्कड़ पर अगर जलभराव हो, तो इसे एक बार के लिए बर्दाश्त भी कर लिया जाए। लेकिन जब राजधानी दिल्ली और मुंबई जैसे शहर बारिश के पानी में डूब जाएं तो क्या कहेंगे? अभी तक तो मुंबई की बारिश की तस्वीरें मुंबईकरों की तकलीफ बयां कर रही थीं कि कैसे बरसात में उनका जीना मुश्किल हो जाता है। अब राजधानी दिल्ली की एक तस्वीर ने शासन-प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है। मानसून की पहली बारिश ने ही दिल्ली को जलमग्न कर दिया।

सड़कों पर तो लबालब पानी भरा नजर ही आया, दिल्ली की लाइफ लाइन मेट्रो की रफ्तार भी ब्रेक मार गई। एक तरफ सड़क पर वाहन रेंग रहे थे, तो दूसरी ओर मेट्रो की सुरंग में झरना बह रहा था, बरसात के पानी का झरना। सुनने में अजीब लग रहा होगा, लेकिन बारिश के पानी से अगर मेट्रो की सुरंग में छेद हो जाए तो सवाल उठना लाजमी है।

शुक्रवार को मानसून दिल्ली पर मेहरबान रहा, झमाझम बारिश हुई। लोगों को गर्मी से तो राहत मिली, लेकिन उन्हें घंटों सड़कों पर इंतजार करना पड़ा। जलभराव के कारण ट्रैफिक अपनी जगह से हिल नहीं पा रहा था, तो मेट्रो के टनल के अंदर पानी बह रह था। बसें पानी में डूब गई, लोग सड़कों पर तैरने को मजबूर हो गए। 

मेट्रो का टनल नहीं झेल पाया बारिश का पानी

मुनिरका के पास मजेंटा लाइन की सुरंग में छत से पानी गिरता रहा। सुरंग की दीवार में बड़ा-सा छेद हो गया था, जिससे बारिश का पानी गिरता रहा। इस कारण करीब ढाई घंटे तक इस रूट पर मेट्रो का परिचालन बाधित रहा। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि जब मेट्रो का टनल बारिश के पानी को नहीं झेल सका और उसमें छेद हो गया। तो सड़कों से गुजरने वाले लोगों को क्या हाल हुआ होगा।

 

मूसलाधार बारिश के कारण लोगों ने मेट्रो से जाना सही समझा, लेकिन तकनीकी खराबी के चलते मेट्रो भी हिल न सकी और स्टेशन पर यात्री बढ़ते चले गए। पीक आवर्स में मेट्रो की क्या स्थिति होती है, ये किसी से नहीं छिपी है।   

पहली तेज बारिश में मेट्रो में खराबी, भड़के लोग
लोगों की मेट्रो प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी साफ देखी जा सकती थी। यात्रियों का कहना था कि कुछ दिन पहले ही मजेंटा लाइन का यह सेक्शन शुरू हुआ है। पहली तेज बारिश में ही मेट्रो में खराबी आ गई। जब अत्याधुनिक तकनीक वाली मेट्रो ही बारिश नहीं झेल पाई तो अन्‍य लाइनों का क्या हाल होगा।

अधिकारों की जंग के बीच दिल्ली बनी दरिया
दिल्ली में अधिकारों की जंग चलती रही, जिम्मेदारियां एक दूसरे के ऊपर थोपी जाती रहीं और जब पहली जोरदार बारिश हुई तो सारी तैयारियां मिनटों में बह गईं। चंद मिनटों की बारिश में दिल्ली दरिया बन गई और देश की राजधानी की रफ्तार पर मानसून का ब्रेक लग गया।

पहली बारिश की जो तस्वीरें सामने आईं है वो सरकार के साथ-साथ स्थानीय निकायों को शर्मिंदा करने वाली हैं। ऐसे में जरा सोचिए चंद मिनटों की बारिश ने तो दिल्ली को डुबा दिया, अगर मुंबई जैसी बारिश होगी तो क्या हालत होगी?

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