साठ साल का हुआ दूरदर्शन, सोशल मीडिया में लोगों ने बताए अपने-अपने अनुभव

Doordarshan के साठ साल पूरे होने पर ट्विटर पर लोगों ने एक-दूसरे से यह सवाल भी किए कि उनका सबसे पसंदीदा सीरियल शो कौन सा था। कुछ ने दूरदर्शन के मशहूर लोगो को भी शेयर किया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sun, 15 Sep 2019 06:25 PM (IST) Updated:Sun, 15 Sep 2019 07:01 PM (IST)
साठ साल का हुआ दूरदर्शन, सोशल मीडिया में लोगों ने बताए अपने-अपने अनुभव
साठ साल का हुआ दूरदर्शन, सोशल मीडिया में लोगों ने बताए अपने-अपने अनुभव

नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकारी ब्राडकास्टर दूरदर्शन ने रविवार को साठ पूरे कर लिए और इस अवसर पर तमाम लोग पुरानी यादों में खो गए जब केवल यही माध्यम लोकप्रिय कार्यक्रमों का मंच हुआ करता था। दूरदर्शन के इस सफर पर तमाम लोगों ने ट्विटर पर अपने-अपने अनुभव शेयर किए। महाभारत, रामायण, फौजी और मालगुड़ी डेज जैसे अत्यंत लोकप्रिय सीरियल प्रसारित करने वाले दूरदर्शन की जमकर तारीफ भी हुई।

ट्विटर पर लोगों ने एक-दूसरे से यह सवाल भी किए कि उनका सबसे पसंदीदा सीरियल शो कौन सा था। कुछ ने दूरदर्शन के मशहूर लोगो को भी शेयर किया, जो अपनी चिर-परिचित धुन के साथ किसी भी शो के पहले टीवी पर नजर आता था।

घर-घर का हिस्सा हुआ करता था दूरदर्शन
सोशल मीडिया में तमाम लोग इसके सहारे अपने बचपन की यादों में खो गए। आखिर हो भी क्यों न। निजी टेलीविजन चैनलों के आने के पहले पूरे देश के लिए दूरदर्शन ही मनोरंजन का सबसे सशक्त माध्यम था। क्रिकेट मैचों के सजीव प्रसारण से लेकर फिल्मों और एंटरनेटमेंट शो घर-घर का हिस्सा हुआ करते थे।

प्रसार भारती से सीईओ शशि शेखर वेंपति ने कहा, आज का दिन यह समझने का दिन है कि केवल दूरदर्शन की उम्र ही नहीं बढ़ी है, बल्कि इसने एक नया स्वरूप भी ग्रहण किया है। डिजिटल युग में रह रहे दर्शकों के लिए दूरदर्शन एक नए रूप में है। उन्होंने कहा, दूरदर्शन ही भारत में टेलीविजन का इतिहास है। छह दशक की हमारी कहानी कामयाबी का सफर है।

टीवी इंडस्ट्री के लिए एक मील का पत्थर
दूरदर्शन की महानिदेशक सुप्रिया साहू ने कहा, यह माध्यम भारत का डीएनए है। हैपी बर्थडे दूरदर्शन, 60 शानदार साल। आप इसी तरह दर्शकों को रोमांचित करते रहें। साहू ने एक वीडियो में कहा, दूरदर्शन की शुरुआत 15 सितंबर 1959 को एक प्रयोग के रूप में हुई थी, लेकिन हम गर्व से कह सकते हैं कि यह दुनिया के सबसे बड़े ब्राडकास्टरों में से एक के रूप में उभरा है।

आल इंडिया रेडियो का भी सहयोगी रहा दूरदर्शन
1965 में दूरदर्शन ने एक सेवा का रूप लिया, जब उसने दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में टेलीविजन सेटों तक अपने प्रसारण की शुरुआत की। 1972 तक यह सेवा मुंबई और अमृतसर तक पहुंच गई और फिर 1975 तक इसका दायरा सात अन्य शहरों तक फैल गया। इस दौरान वह नेशनल ब्राडकास्टर आल इंडिया रेडियो का एक सहयोगी रहा।

एक अप्रैल 1976 से इसने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में एक अलग विभाग के रूप में काम करना आरंभ कर दिया। अब दूरदर्शन 34 सेटेलाइट चैनलों का एक नेटवर्क बन चुका है। दूरदर्शन को अनेक स्टारों की लांचिंग का श्रेय भी जाता है, जिनमें सबसे प्रमुख हैं शाह रुख खान। शाह रुख सीरियल फौजी के जरिये घर-घर जाने-पहचाने जाने लगे थे।

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