दिल्ली एमसीडी चुनाव: अब देश के साथ चली दिल्ली

दस साल नगर निगम में काबिज रहने वाली भाजपा ने सत्ता विरोधी लहर का चक्रव्यूह तोड़ते हुए निगम चुनाव में हैट्रिक लगाई।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Thu, 27 Apr 2017 07:01 AM (IST) Updated:Thu, 27 Apr 2017 07:01 AM (IST)
दिल्ली एमसीडी चुनाव: अब देश के साथ चली दिल्ली
दिल्ली एमसीडी चुनाव: अब देश के साथ चली दिल्ली

संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। ओडिशा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और उत्तर प्रदेश के बाद अब दिल्ली भी देश के साथ चल दी है। दो साल पहले विधानसभा चुनाव में सिर्फ तीन सीट जीतकर हाशिये पर जाने वाली भाजपा ने राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद अब दिल्ली नगर निगम चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल किया है। पार्टी ने 272 सीटों में से 270 पर हुए चुनाव में 181 सीटें जीती हैं।

इस जीत के साथ पार्टी ने राज्य पर कब्जा जमाए बैठी आम आदमी पार्टी (आप) और देशभर में अपने वजूद की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया है। दस साल नगर निगम में काबिज रहने वाली भाजपा ने सत्ता विरोधी लहर का चक्रव्यूह तोड़ते हुए निगम चुनाव में हैट्रिक लगाई। पार्टी ने पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में पहले से ज्यादा बहुमत हासिल करते हुए सत्ता पर कब्जा बरकरार रखा।

यह भी पढ़ें: सुकमा नक्सली हमला : सोनू, अर्जुन और सीतू हैं बुरकापाल के मास्टरमांइड

यह चुनाव सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी (आप) के लिए घाटे वाला साबित हुआ, क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीतने वाली यह पार्टी नगर निगम में पहली बार ताल ठोंकते हुए सिर्फ 48 वार्डो में सिमट कर रह गई। वह अपने विधायकों के बराबर भी पार्षद नहीं जीत सकी। हालांकि आप पहली बार नगर निगम चुनाव में उतरी थी। कांग्रेस की गत उससे भी बुरी हुई और 30 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही। अन्य के खाते में 11 सीटें आईं।

 डेढ़ माह में आप की चौथी बड़ी हार

फरवरी-मार्च में हुए पंजाब व गोवा विस चुनाव में हार।

दिल्ली की राजौरी गार्डन विस सीट भी वह उप चुनाव में गवां चुकी है।

यह भी पढ़ें: त्वरित टिप्पणी: 'आप' का प्रदर्शन अहंकार और अपरिपक्वता की पराजय

इन पांच कारणों से हारी आप

 केजरीवाल का बार-बार दिल्ली से बाहर जाना

 वादों पर खरे न उतरना

 सरकार के मंत्रियों पर आरोप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार टारगेट करना

बड़े नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना

आज विधानसभा चुनाव हुए तो...

राजनीतिक गलियारे में बुधवार को यह चर्चा भी जोरों पर रही कि भाजपा की ऐतिहासिक जीत के नतीजों के आंकड़ों को अगर विधानसभा के नतीजों में बदल दिया जाए और आज चुनाव हो तो केजरीवाल की पार्टी बिल्कुल साफ हो जाएगी। निगम चुनाव के नतीजों का आकलन विधानसभा के नतीजों के तौर पर करें तो भाजपा को 43, आम आदमी पार्टी को 12 और कांग्रेस को 10 सीटें मिलेंगी। अन्य को पांच सीटें मिलेंगी।

भाजपा पर भरोसा जताने के लिए दिल्ली की जनता का आभारी हूं। कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की तारीफ करता हूं, जिन्होंने एमसीडी में जीत को संभव बनाया। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

मोदी सरकार के विकास कार्यो पर मुहर लगी। मोदी के नेतृत्व की जीत हुई है। यह नकारात्मक राजनीतिक के खिलाफ जनादेश है। -अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष

केजरीवाल सरकार जनमत संग्रह में फेल हो गई है। भाजपा यह जीत सुकमा के शहीद जवानों को समर्पित करती है। -मनोज तिवारी, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष

जीत के लिए भाजपा को बधाई। दिल्ली के विकास के लिए मिलकर काम करेंगे।-अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली

केजरीवाल सत्ता के पीछे भाग रहे हैं। दिल्ली की जनता ने उन्हें मौका दिया था। उनकी कथनी व करनी में फर्क आ गया। चुनाव से पहले कहा-गाड़ी, बंगला, वेतन नहीं लेंगे, सब ले लिया। ये ही कारण हार की वजह बने। -अन्ना हजारे, समाजसेवी 

chat bot
आपका साथी