CRPF के जवानों ने सहयोगी के शव को कांधे पर उठाकर पार की नदी, दृष्य देख रो पड़े लोग

सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया की जाआरजी में सहायक आरक्षक के रूप में पदस्थ कोंटा थाना में पदस्थ जवान सोहन ठाकुर पिछले कई दिनों से बीमार था।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Mon, 17 Aug 2020 12:37 PM (IST) Updated:Mon, 17 Aug 2020 12:37 PM (IST)
CRPF के जवानों ने सहयोगी के शव को कांधे पर उठाकर पार की नदी, दृष्य देख रो पड़े लोग
CRPF के जवानों ने सहयोगी के शव को कांधे पर उठाकर पार की नदी, दृष्य देख रो पड़े लोग

सुकमा, जेएनएन। देशभर में भारी बारिश से कई इलाके में बाढ़ आ गई है। इसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है, जहां पिछले तीन दिनों से हो रही मुसलाधार बारिश की वजह से जगह- जगह बाढ़ जैसे हालात हैं। इस बीच सुकमा जिले के भेज्जी क्षेत्र में तैनात एक डीआरजी जवान की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई, जिससे नदी बनी सड़कों से आवाजाही करना ठप पड़ गया है। ऐसे में जवान की मौत के बाद बाढ़ के पानी के बीच मृत जवान के साथियों ने उनके शव को कांधे पर उठाकर बाढ़ का पानी पार करते हुए सुरक्षित परिजनों तक पहुंचाया। इस दृष्य को देख कर वहां मौजूद लोगों की आंखों में आंसू छलक पड़े।

सुकमा जिले में लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर है। ऐसे में इंजराम के पास स्थित नाला पर नदी का पानी आ गया जिसके कारण कल देर शाम से आवागमन ठप्प हो गया था। इस दौरान भेज्जी निवासी जवान सोहन ठाकुर का निधन इलाज के दौरान जिला अस्पताल में हो गया था। जिसके बाद शव को लेकर परिजन जब घर जा रहे थे। तभी बाढ़ आ जाने के कारण शव फंस गया था। जिसकी सूचना मिलते ही सीआरपीएफ 219 के अधिकारी मोहन बिष्ट जवानों के साथ पहुंचे। और शव को कंधा देकर पुल पार कराया। जिसके बाद मृत के परिजनों ने की आंखों में साथी जवानों के लिए कृतज्ञता के आंसू छलक आए।

सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया की जाआरजी में सहायक आरक्षक के रूप में पदस्थ कोंटा थाना में पदस्थ जवान सोहन ठाकुर पिछले कई दिनों से बीमार था। सुकमा जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई। शव को कैंप तक लाया गया। इसके बाद आगे का पूरा रास्ता बाढ़ की वजह से बंद था। कैंप के जवानों ने मृत जवान के शव के ताबुत को अपने कंधे पर उठाया और बाढ़ के पानी से होते हुए शव वाहन तक शव लेकर गए। यहां से अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित भेज्जी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मृत जवान के गांव तक शव को भेजा गया।

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