Covid Third Wave: तीसरी लहर में स्वास्थ्य व्यवस्था को बचा सकते हैं ध्वस्त होने से : स्वास्थ्य मंत्रालय
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि अगर प्रभावी कंटेनमेंट रणनीतियों और कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन किया जाता है तो महामारी की तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि अगर प्रभावी कंटेनमेंट रणनीतियों और कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन किया जाता है तो महामारी की तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी ज्यादा भार नहीं पड़ेगा और यह व्यवस्था ध्वस्त होने से बच जाएगी। अग्रवाल ने कहा कि कोरोना महामारी से अभी तक देश की कुल 2.2 फीसद आबादी ही प्रभावित हुई है। हमारे सामने 97 फीसद लोगों को इसकी चपेट में आने से बचाने की चुनौती है। हम सुरक्षा संबंधी सावधानियों और तैयारियों में किसी तरह की ढिलाई नहीं कर सकते हैं। इसलिए कंटेनमेंट की रणनीतियों को जारी रखना बेहद जरूरी है।
काकटेल डोज पर चल रहा अध्ययन
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी वीना धवन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की काकटेल डोज पर अभी अध्ययन चल रहा है। अभी एक ही व्यक्ति को अलग-अलग वैक्सीन की डोज नहीं लगाई जा सकती है। एक ही वैक्सीन की दोनों डोज लगेगी।
साढ़े छह लाख से नीचे आए सक्रिय मामले
वर्तमान में देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों की संख्या 6,43,194 रह गई है। बीते 24 घंटे में 50 हजार नए केस मिले हैं और कुल संक्रमितों का आंकड़ा तीन करोड़ को पार कर गया है। आखिरी के एक करोड़ मामले 50 दिनों में सामने आए हैं।
देश में पिछले साल 30 जनवरी को कोरोना संक्रमण का पहला मामला मिला था। उसके बाद 19 दिसंबर को संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ को पार किया था। जबकि, संक्रमितों की संख्या एक करोड़ से दो करोड़ पहुंचने में 136 लगे थे और इस साल चार मई को यह आंकड़ा दो करोड़ पर पहुंचा था। अब तक 2.89 करोड़ से ज्यादा मरीज पूरी तरह से ठीक भी हो चुके हैं और 3,90,660 लोगों की जान भी जा चुकी है, जिनमें पिछले एक दिन में हुई 1,358 मौतें भी शामिल हैं। मरीजों के उबरने की दर 96.56 फीसद हो गई है।