कोरोना की नई स्ट्रेन से कभी एंटीजन, तो कभी आरटीपीसीआर जांच खा रही धोखा; रहें सावधान

बदले स्वरूप के कारण कोरोना अबूझ पहेली बन गया है। जांच कराने पर जिस विधि से रिपोर्ट निगेटिव आ रही है इलाज के बाद उसी विधि से रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है। ऐसे में लोग परेशान हैं। वे नहीं समझ पा रहे कि खुद को निगेटिव मानें या पाजिटिव।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 10:47 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:58 PM (IST)
कोरोना की नई स्ट्रेन से कभी एंटीजन, तो कभी आरटीपीसीआर जांच खा रही धोखा; रहें सावधान
कोरोना बदले स्वरूप के कारण अबूझ पहेली बन गया है।

नई दिल्ली, जेएनएन। बदले स्वरूप के कारण कोरोना अबूझ पहेली बन गया है। लक्षणों को देख जांच कराने पर जिस विधि से रिपोर्ट निगेटिव आ रही है, इलाज के बाद उसी विधि से रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है। ऐसे में लोग परेशान हैं। वे नहीं समझ पा रहे कि खुद को निगेटिव मानें या पाजिटिव। कुछ मामलों में एंटीजन व रीयल टाइम पालीमरेज चेन रियेक्शन (आरटीपीसीआर) दोनों जांचें धोखा खा रही हैं। 50 से अधिक ऐसे मामले मिले हैं, जिनकी दोनों रिपोर्ट निगेटिव आईं, लेकिन उनमें कोरोना के गंभीर लक्षण हैं। ऐसे मरीजों के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज में अलग वार्ड बनाकर लक्षणों के आधार पर इलाज हो रहा है।

केस एक

रुस्तमपुर के 50 वर्षीय व्यक्ति की 14 दिन पूर्व एंटीजन से रिपोर्ट पाजिटिव थी और आरटीपीसीआर से निगेटिव। जबकि उनमें कोरोना के लक्षण भरपूर थे। इलाज के बाद लक्षण काफी हद तक कम हो गए। 10 दिन बाद एंटीजन रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई, लेकिन उसके तीन दिन बाद आरटीपीसीआर रिपोर्ट पाजिटिव आई। अब वह समझ नहीं पा रहे कि खुद को निगेटिव मानें या पाजिटिव।

धीमे लक्षणों से घर तक पहुंच रहा वायरस  

छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए स्ट्रेन ने चिकित्सकों की भी नींद उड़ा दी है। यह एक धीमे वायरस के रूप में लोगों के घर तक पहुंच रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, शुरुआती दौर में कोरोना के जो लक्षण थे उनमें बुखार आना, लगातार खांसी होना और स्वाद के साथ-साथ गंध खोने की शिकायत शामिल थे। मगर नए स्ट्रेन में करीब 19 तरह के अलग-अलग लक्षण मिल रहे हैं।

ये नए लक्षण आ रहे हैं सामने

1- मुंह में छाले आना और मांसपेशियों में अकड़न।

2- उल्टी, दस्त या डायरिया का लक्षण होना।

3- अपच और पेट में गैस बनने से परेशानी।

4- पूरे शरीर या फिर पीठ में दर्द।

5- गले में खराश और थोड़ी-थोड़ी खांसी आना।

6- आंख आना या आंखों का लाल हो जाना।

7- सिरदर्द बना रहना और नींद कम आना।

8- त्वचा पर रैशेज पड़ना और पहले से अलग होना।

9- पैर की उंगलियों का रंग बिगड़ना।

...तो खतरे की घंटी

आपका आक्सीजन लेवल सामान्य कितना रहता है यह चेक कर लें। अगर यह चार से पांच प्वाइंट कम होता है तो यह खतरे की घंटी है। अब वायरस साइलेंट लक्षणों से आपके घर तक पहुंच रहा है। इस बार एक परिवार में सभी जद में आ रहे हैं।

- डॉ. एम. नितिन नागरकर, डायरेक्टर, एम्स, रायपुर

तुरंत शुरू कर दें इलाज

जांच के चक्कर में न पड़ें। लक्षण कोरोना के हों, तो इलाज शुरू करा दें। कभी-कभी सैंपलिंग ठीक से न होने से भी रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है। फिलहाल इन दिक्कतों के बारे में प्रामाणिक रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता। यह अध्ययन का विषय है।

- डॉ. अमरेश सिंह, अध्यक्ष, माइक्रोबायोलाजी विभाग, बीआरडी मेडिकल कॉलेज 

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