लोकसभा चुनाव से पहले इंटरनेट मीडिया पर पैठ बढ़ाएगी कांग्रेस, भाजपा से मिल रही चुनौती ने पार्टी को रणनीति बदलने पर मजबूर किया

पिछले कुछ समय में राज्यों और जिला स्तर पर पार्टी के इंटरनेट मीडिया कनेक्ट की बढ़ी सक्रियता से मिल रहे फीडबैक से उत्साहित कांग्रेस 2024 में पार्टी के साथ ही अपने नेता राहुल गांधी का इंटरनेट मीडिया आउटरीच बढ़ाने की व्यापक रूपरेखा तैयार कर रही है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 12 Jan 2022 08:37 PM (IST) Updated:Wed, 12 Jan 2022 08:37 PM (IST)
लोकसभा चुनाव से पहले इंटरनेट मीडिया पर पैठ बढ़ाएगी कांग्रेस, भाजपा से मिल रही चुनौती ने पार्टी को रणनीति बदलने पर मजबूर किया
लोकसभा चुनाव से पहले इंटरनेट मीडिया पर पैठ बढ़ाएगी कांग्रेस। फाइल फोटो।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राजनीति के अखाड़े ही नहीं इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर भाजपा की बेहद मजबूत स्थिति को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पिछले कुछ समय में राज्यों और जिला स्तर पर पार्टी के इंटरनेट मीडिया कनेक्ट की बढ़ी सक्रियता से मिल रहे फीडबैक से उत्साहित कांग्रेस 2024 में पार्टी के साथ ही अपने नेता राहुल गांधी का इंटरनेट मीडिया आउटरीच बढ़ाने की व्यापक रूपरेखा तैयार कर रही है। कांग्रेस और राहुल को लोगों से जोड़ने के लिए अन्य मीडिया प्लेटफार्म के अलावा विशेष रूप से वाट्सएप का सहारा लिया जाएगा।

कांग्रेस के इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म का संचालन करने वाले रणनीतिकारों ने वाट्सएप के जरिये व्यापक और सहज तरीके से लोगों तक पहुंचने के मद्देनजर यह रूपरेखा तैयार की है। इस रणनीति का मकसद बीते कई सालों से भाजपा-संघ की ओर से किए जा रहे सुनियोजित प्रहार की धार को कुंद करना है। सूत्रों ने बताया कि इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए राहुल आरजी कनेक्ट की थीम के साथ कांग्रेस ने राष्ट्रीय और प्रदेश ही नहीं विधानसभा स्तर तक वाट्सएप ग्रुप बनाने की रूपरेखा बनाई है।

पार्टी जल्द ही इसकी औपचारिक शुरुआत कर देगी जिसमें पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को ही नहीं बल्कि आम लोगों को भी जोड़ा जाएगा। हर स्तर पर वाट्सएप ग्रुप के सैकड़ों-हजारों समूह बनाने की रूपरेखा तय की गई है ताकि पार्टी के नजरिये और संदेशों को इस वैकल्पिक इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से लोगों तक पहुंचा जा सके। मौजूदा दौर में कोरोना की लगातार बढ़ती चुनौतियों ने भी सियासी दलों को हाइटेक तरीके से लोगों के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए बाध्य किया है। इस मामले में भाजपा को टक्कर देने के लिए केवल वाट्सएप के साथ फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर समय रहते पहुंच बढ़ानी होगी। कांग्रेस इस बार अपने सदस्यता अभियान में विशेष रूप से डिजिटल सदस्यता पर जोर दिया है ताकि अधिक से अधिक लोगों और खासकर युवाओं को पार्टी से जोड़ा जा सके। -

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