वंदे भारत ट्रेन सेट निर्माण के लिए चीनी कंपनी हुई अयोग्य घोषित, जानिए कितने करोड़ की है ये योजना

अब केवल दो घरेलू कंपनियां भेल और मेधा सर्वो ड्राइव्स की बोलियां मान्य हैं। सूत्रों का कहना है कि मेधा को पहले ऐसी दो ट्रेन सेट के निर्माण का ठेका मिला था क्योंकि उसने सबसे कम बोली लगाई थी।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Thu, 24 Dec 2020 09:44 PM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 09:44 PM (IST)
वंदे भारत ट्रेन सेट निर्माण के लिए चीनी कंपनी हुई अयोग्य घोषित, जानिए कितने करोड़ की है ये योजना
वंदे भारत ट्रेन की फाइल फोटो ।

नई दिल्ली, एएनआइ। वंदे भारत ट्रेन सेट बनाने की दौड़ में शामिल चीन की एक कंपनी को करारा झटका लगा है। रेलवे ने एक चीनी कंपनी और उसके भारतीय साझीदार के कंसोर्टियम को 44 वंदे भारत ट्रेन सेट निर्माण के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। इस सिलसिले में चीनी कंपनी और उसके भारतीय साझीदार की बोली खारिज कर दी गई है। यह परियोजना लगभग 1,800 करोड़ रुपये की है।

अब केवल दो घरेलू कंपनियां भेल और मेधा सर्वो ड्राइव्स की बोलियां मान्य हैं। सूत्रों का कहना है कि मेधा को पहले ऐसी दो ट्रेन सेट के निर्माण का ठेका मिला था, क्योंकि उसने सबसे कम बोली लगाई थी।

तीन कंपनियों ने लगाई थी बोली

इस टेंडर को लेकर केवल तीन कंपनियों ने बोली लगाई थी। इसमें बीजिंग स्थित सीआरआरसी योंगजी इलेक्टि्रक लिमिटेड और भारत के पायनियर का संयुक्त उपक्रम था, जिसका हरियाणा में प्लांट है। रेलवे को निविदाओं का मूल्यांकन करने और इस पर अंतिम निर्णय लेने में लगभग चार सप्ताह का समय लगा।

पिछले साल भी रेलवे ने जारी किया था टेंडर

बता दें कि वन्दे भारत के 44 ट्रेन सेटों को बनाने के लिए पिछले साल भी रेलवे ने टेंडर जारी किया था, लेकिन तब चीन की कंपनी ने टेंडर के नियमों के अनुसार अपने को ढालते हुए एक नई कंपनी बना कर टेंडर किया था, जिसके चलते रेलवे ने वो टेंडर ही कैंसल कर दिया था। नए सिरे से निकाले गए टेंडर में चीन ने एक बार फिर एक भारतीय पार्टनर के साथ मिलकर कोशिश की थी, लेकिन इस बार फिर रेलवे ने अपने इस मेगा प्रोजेक्ट से चीन को दूर कर दिया है।

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