India China Tension: चीन का एक और झूठ, एलएसी पर उकसावे वाली गतिविधियों से किया इनकार

India China Tension भारत में चीनी राजदूत सुन वेइदोन्ग (Sun Weidong) का कहना है कि चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के अनुरूप ही गतिविधियों का संचालन करता है। उन्‍होंने सीमा पर हालात को स्थिर बताया है...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 13 Aug 2022 06:41 PM (IST) Updated:Sat, 13 Aug 2022 06:55 PM (IST)
India China Tension: चीन का एक और झूठ, एलएसी पर उकसावे वाली गतिविधियों से किया इनकार
चीन एक तरफ एलएसी पर तनाव बढ़ाए हुए है तो दूसरी ओर हालात को स्थिर भी बता रहा है।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। चीन सीमाओं पर सीनाजोरी से बाज नहीं आ रहा है। बीते दिनों वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी (VR Chaudhari) ने कहा था कि एलएसी पर पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी एयरफोर्स (पीएलएएएफ) की ओर से उकसावे वाली कार्रवाई को अंजाम दिया जाता है, लेकिन भारतीय वायुसेना चीनी लड़ाकू विमानों को वापस खदेड़ देती है। अब भारत में चीनी राजदूत सुन वेइदोन्ग (Sun Weidong) की ओर से इन घटनाओं से अनभिज्ञता जाहिर की है।

समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में चीनी राजदूत सुन वेइदोन्ग (Sun Weidong) ने एलएसी के पास सैन्य गतिविधि की रिपोर्टों को नकारते हुए कहा है कि सीमा पर हालात स्थिर हैं। उन्‍होंने शनिवार को कहा कि चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के अनुरूप ही गतिविधियों का संचालन करता है। मुझे किसी उकसावे वाली गतिविधी के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं है।

गौर करने वाली बात यह भी कि चीन एकतरफ तो सीमा पर उकसावे वाली गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिशें करता है दूसरी ओर दुनिया के सामने खुद को पाकसाफ बताने से भी बाज नहीं आता। हाल ही में भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख स्थित चुशुल मोल्डो इलाके में विशेष सैन्य वार्ता हुई थी जिसमें भारत ने चीन की ओर से हवाई क्षेत्र के उल्लंघन का मुद्दा उठाया था। चीन की ओर से ताजा बयान इसी संदर्भ में आया है।

बता दें कि भारत और चीन के बीच सहमति है कि दोनों मुल्‍कों की सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी से 10 किलोमीटर पहले तक ही अपने लड़ाकू विमानों को उड़ाएंगी। लेकिन, चीन की ओर से लगातार इस समझौते का उल्‍लंघन किया जाता है। वहीं भारत भी चीन की इन नापाक रणनीतियों से सतर्क है। बीते दिनों सूत्रों ने बताया था कि सैन्य वार्ता के दौरान भारतीय प्रतिनिधियों ने पूर्वी लद्दाख में चीनी विमानों की उड़ान पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी।

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