दादरी की घटना पर केंद्र ने मांगी रिपोर्ट, सियासत तेज

गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी में गोमांस खाने के अफवाह पर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर की गई हत्या को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2015 10:00 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2015 10:10 PM (IST)
दादरी की घटना पर केंद्र ने मांगी रिपोर्ट, सियासत तेज

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी में गोमांस खाने के अफवाह पर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर की गई हत्या को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है, साथ ही भविष्य में ऐसी घटना न हो इसके लिए एहतियातन कदम उठाने को कहा है। इस बीच इस घटना को लेकर दिनभर सियासी बयानबाजी का दौर जारी रहा।

जहां पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने पूरे मामले को सांप्रदायिक रंग देने से बचने की ताकीद करते हुए इसे महज एक दुर्घटना करार दिया वहीं विपक्षी दलों ने इसे लेकर महेश शर्मा के इस्तीफे तक की मांग कर दी। इस बीच राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी घटना पर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है।

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गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार से घटना के ब्यौरे के साथ-साथ ही आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। लेकिन साथ ही गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश को एक एडवाइजरी भी जारी कर दी है।

इस बीच नोएडा से सांसद और केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कह दिया कि यह सोची समझी साजिश का नतीजा नहीं है और इसे सांप्रदायिक रंग देना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पीडि़त के आसपड़ोस के अन्य परिवारों के खिलाफ किसी तरह की हिंसा नहीं होना इसका प्रमाण है। विपक्षी दलों ने इस बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा कि दो साल पहले मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा पर आई जांच आयोग की रिपोर्ट में भी भाजपा और सपा को जिम्मेदार ठहराया गया है। मा‌र्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव वृंदा करात समेत विभिन्न राजनीतिक दल के नेता गुरुवार को बिसाहड़ा गांव पहुंचे। उन्होंने घटना की ¨नदा करते हुए पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

रो पड़ी असगरी

वृंदा करात से मिलकर इकलाख की मां फफक फफक कर रो पड़ी। बुजुर्ग असगरी ने कहा कि 70 वर्ष की अपनी उम्र के दौरान उसने गांव में कोई हिंसा नहीं देखी है। आखिर किस गुनाह के लिए उसके बेटे की हत्या कर दी गई और पोते को अधमरा कर दिया गया। इकलाख की बेटी साहिस्ता को करात ने मदद का भरोसा दिया।

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'अस्पताल में सुरक्षित नहीं दानिश'

बिसाहड़ा गांव में सोमवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा में घायल दानिश का उपचार कैलाश अस्पताल में चल रहा है। लेकिन परिजन को उसकी सुरक्षा की चिंता सता रही है। दानिश की दादी असगरी ने कहा कि दानिश का जिस अस्पताल में इलाज चल रहा है वह भाजपा नेता का है। ऐसे में उसका पोता सुरक्षित नहीं है।

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