केंद्र ने कहा- कोरोना में होम्योपैथिक दवाओं को अतिरिक्त इलाज के रूप में अनुमति

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथिक डाक्टरों को को कोविड का इलाज करा रहे मरीजों को दिशानिर्देशों में वर्णित दवाओं को अतिरिक्त दवाओं के तौर पर देने की अनुमति प्रदान की है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 07:35 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 07:35 AM (IST)
केंद्र ने कहा- कोरोना में होम्योपैथिक दवाओं को अतिरिक्त इलाज के रूप में अनुमति
कोरोना में होम्योपैथिक दवाओं को अतिरिक्त इलाज के रूप में अनुमति। (फोटो: दैनिक जागरण)

नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्र सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में बताया कि आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथिक डाक्टरों को को कोविड का इलाज करा रहे मरीजों को दिशानिर्देशों में वर्णित दवाओं को अतिरिक्त दवाओं के तौर पर देने की अनुमति प्रदान की है। जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस आरएस रेड्डी और जस्टिस एमआर शाह की पीठ ने कहा कि होम्योपैथिक डाक्टरों द्वारा कोविड मरीजों के लिए अतिरिक्त या एहतियाती इलाज प्रदान करने की अनुमति देने संबंधी मंत्रालय की एडवाइजरी में स्पष्टता का अभाव है।

अधिवक्ता रजत नायर के जरिये दाखिल हलफनामे में आयुष मंत्रालय ने उपरोक्त स्पष्टीकरण दिया। इस पर शीर्ष अदालत ने फैसला सुरक्षित रखते हुए कहा कि कोविड मरीजों को होम्योपैथिक डाक्टरों द्वारा इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर रोगनिरोधी दवाएं देने की अनुमति पर वह स्थिति स्पष्ट करेगी। शीर्ष अदालत ने उक्त टिप्पणी केरल हाई कोर्ट के एक आदेश के खिलाफ दायर अपील पर की।

आयुर्वेदिक दवाओं से कोरोना का इलाज !

कोरोना वायरस का इलाज आयुर्वेद और योग से हो सकता है। इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले दिनों विस्तृत गाइडलाइंस और प्रोटोकॉल जारी की थी, लेकिन इस प्रोटोकॉल के तहत कोरोना के सिर्फ हल्के और मध्यम केसों का ही इलाज किया जा सकेगा। कोरोना के गंभीर मामलों में मरीजों को एलोपैथिक इलाज के लिए अस्पताल में भेजना अनिवार्य बताया गया है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि कोरोना के इलाज में ट्रायल के दौरान आयुर्वेदिक दवाओं और योग के प्रामाणिक रूप से प्रभावी पाए जाने के बाद इसे औपचारिक रूप से इलाज में शामिल करने का फैसला किया गया।

कोरोना मरीजों के चेहरे पर मुहांसे, त्वचा पर दाने व चकते की समस्या

मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना संक्रमण को लेकर नई तरह के दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं। फेफड़ों सहित शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित करने वाले कोरोना संक्रमण से अब रक्त विकार भी होने लगे हैं। इससे मरीजों में त्वचा रोग के मामले बढ़ रहे हैं। कोविड संक्रमित मरीज को चेहरे पर मुहांसे होने के साथ ही कंधे व पीठ पर दाने व लाल चकते हो रहे हैं। जिस तरह मीजल्स, हरपिज, एचपीवी वायरस त्वचा संबंधी परेशानियां बढ़ाते हैं, उसी तरह के लक्षण अब कोरोना वायरस के मरीजों में भी देखने को मिल रहे हैं।

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