मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- फर्जी इंटरनेट मीडिया पोस्ट निष्पक्ष चुनाव के लिए बन रहे चुनौती

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि फर्जी इंटरनेट मीडिया पोस्ट से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रभावित हो सकता है। चुनाव प्रबंधन की देखरेख करने वाली ज्यादातर संस्थाओं के लिए यह साझा चुनौती है। File Photo

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 06 Dec 2022 11:12 PM (IST) Updated:Tue, 06 Dec 2022 11:12 PM (IST)
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- फर्जी इंटरनेट मीडिया पोस्ट निष्पक्ष चुनाव के लिए बन रहे चुनौती
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- फर्जी इंटरनेट मीडिया पोस्ट निष्पक्ष चुनाव के लिए बन रहे चुनौती

नई दिल्ली, पीटीआइ। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि फर्जी इंटरनेट मीडिया पोस्ट से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रभावित हो सकता है। चुनाव प्रबंधन की देखरेख करने वाली ज्यादातर संस्थाओं के लिए यह साझा चुनौती है। जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबाक की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन सदन पहुंचकर अधिकारियों से मुलाकात की।

भारतीय चुनाव आयोग ने किया उल्लेख

इस दौरान कुमार ने यह भी कहा कि लोकतंत्र की अवधारणा भारत के ऐतिहासिक प्रसंगों और परंपराओं में बहुत गहराई तक निहित है। भारत के चुनाव की व्यापकता का उल्लेख करते हुए कुमार ने बताया कि निर्वाचन आयोग कैसे 95 करोड़ मतदाताओं और 11 लाख मतदान केंद्रों को लेकर पूरी चुनावी प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है। आयोग की ओर से जारी बयान के अनुसार, मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि एक करोड़ से अधिक चुनाव कर्मियों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाता है। राजनीतिक दलों की हर स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित की जाती है।

फर्जी पोस्ट से बढ़ रही समस्याएं

उनका कहना था कि फर्जी इंटरनेट मीडिया विमर्श से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव प्रभावित हो सकता है। यह ज्यादातर चुनाव प्रबंधन निकायों के लिए साझा चुनौती है। जर्मन प्रतिनिधिमंडल को निर्वाचन आयोग द्वारा प्रौद्योगिकी के उपयोग के संदर्भ में भी जानकारी दी गई। जर्मन विदेश मंत्री ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में निर्वाचन आयोग द्वारा किए जाने वाले चुनावी प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने आयोग की ओर से ईवीएम के काम करने को लेकर दी गई प्रस्तुति के दौरान इलेक्ट्रानिक वो¨टग मशीन के माध्यम से वोट भी डाला।

ये भी पढ़ें: Fact Check: PM की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च का दावा दुष्प्रचार, वायरल RTI फेक और मनगढ़ंत

ये भी पढ़ें: जागरण प्राइम इन्वेस्टिगेशन: ट्यूबवेल के पानी में मिला लेड, यह हृदय, किडनी रोग और हाइपरटेंशन का कारण

chat bot
आपका साथी