Civil Services Examination: मणिपुर सिविल सेवा परीक्षा में धांधली की सीबीआइ जांच होगी

सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2016 में आयोग ने राज्य सिविल सेवा पुलिस सेवा व अन्य सेवाओं के 62 पदों के लिए संयुक्त परीक्षा आयोजित की थी।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 03 Feb 2020 06:10 PM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 06:27 PM (IST)
Civil Services Examination: मणिपुर सिविल सेवा परीक्षा में धांधली की सीबीआइ जांच होगी
Civil Services Examination: मणिपुर सिविल सेवा परीक्षा में धांधली की सीबीआइ जांच होगी

नई दिल्ली, प्रेट्र। मणिपुर सिविल सेवा परीक्षा (Manipur Civil Services Examination) में कथित धांधली के मामले में सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मणिपुर हाईकोर्ट के आदेश पर हुई एफआइआर के बाद सीबीआइ मणिपुर लोक सेवा आयोग के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जांच करेगी। सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2016 में आयोग ने राज्य सिविल सेवा, पुलिस सेवा व अन्य सेवाओं के 82 पदों के लिए संयुक्त परीक्षा आयोजित की थी।

परीक्षा में कथित गड़बडि़यों को लेकर कई प्रतिभागी हाईकोर्ट चले गए। कोर्ट ने पूरी प्रक्रिया में कई गड़बडि़यां पाए जाने पर परीक्षा रद कर दी। कोर्ट ने पाया कि इस परीक्षा में कोई नियंत्रक तक नियुक्त नहीं किया गया। कई कापियों में परीक्षार्थियों के हस्ताक्षर नहीं मिले तो कई में सुपरवाइजर के हस्ताक्षर नदारद रहे। परीक्षा आयोग के सचिव की देखरेख में हुई जबकि नियमानुसार सचिव व नियंत्रक दोनों अलग-अलग व्यक्ति होने चाहिए थे।

एक चौंकाने वाला तथ्य यह भी सामने आया कि आयोग के सचिव परीक्षा पुस्तिकाओं को लेकर एक हफ्ते से अधिक समय तक राज्य से बाहर रहे। ऐसी सूरत में गड़बड़ी की संभावनाएं बहुत अधिक थीं। 

उच्चतम न्यायालय ने भी पिछले साल नवम्बर में यह आदेश बरकरार रखा और एजेंसी को तय समय में जांच पूरी करने का आदेश दिया था। अधिकारियों ने बताया कि कथित अनियमितताओं की जांच करने वाली समिति ने उत्तर पुस्तिकाओं पर परीक्षकों के हस्ताक्षर ना होने, नंबरों से छेड़खानी, परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति ना होना, उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया की अनदेखी आदि जैसी गंभीर अनियमितताएं पाई गईं थी।

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