ब्रह्माोस मिसाइल का हो सकता है लैटिन अमेरिकी देशों में निर्यात

रक्षा उपकरण निर्यात करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को सुपर सोनिक क्रुज मिसाइल ब्रह्माोस मिसाइल के निर्माता ब्रह्माोस एयरोस्पेस हकीकत में बदलने की तैयारी में है। भारत और रूस के इस संयुक्त उपक्रम ने कहा है कि दक्षिण पूर्वी एशियाई और लैटिन अमेरिकी देशों ने 2

By Edited By: Publish:Sun, 03 Aug 2014 08:05 PM (IST) Updated:Sun, 03 Aug 2014 08:12 PM (IST)
ब्रह्माोस मिसाइल का हो सकता है लैटिन अमेरिकी देशों में निर्यात

नई दिल्ली। रक्षा उपकरण निर्यात करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को सुपर सोनिक क्रुज मिसाइल ब्रह्माोस मिसाइल के निर्माता ब्रह्माोस एयरोस्पेस हकीकत में बदलने की तैयारी में है। भारत और रूस के इस संयुक्त उपक्रम ने कहा है कि दक्षिण पूर्वी एशियाई और लैटिन अमेरिकी देशों ने 290 किलोमीटर मार करने वाली हथियार प्रणाली खरीदने में रुचि दिखाई है। उसने यह भी कहा है कि कुछ मित्र देशों को इस मिसाइल का निर्यात संभव है।

ब्रह्माोस एयरोस्पेस के सीईओ सुधीर कुमार मिश्र ने कहा, 'कई दक्षिण पूर्वी एशियाई और लैटिन अमेरिकी देश ब्रह्माोस चाहते हैं। उन्होंने खासकर नौसेना और तटीय रक्षा संस्करण में रुचि दिखाई है। ऐसे देशों की सूची पहले से तैयार है। हम कुछ देशों को ब्रह्माोस निर्यात करने के लिए अपनी मार्केटिंग रणनीति तैयार कर रहे हैं बशर्ते भारत और रूस की सरकार से इसकी स्वीकृति मिल जाए। हम उम्मीद करते हैं कि भारत और रूस दोनों के कई मित्र देशों के साथ निकट भविष्य में इसके निर्यात के करार पर हस्ताक्षर हो जाएंगे। मिश्र ने उन देशों का नाम तो नहीं बताया लेकिन रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि वियतनाम और इंडोनेशिया दक्षिण पूर्व एशिया में और लैटिन अमेरिका में वेनेजुएला ने इसकी खरीदारी में रुचि दिखाई है।

इसके पहले रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रमुख अविनाश चंदर ने भी मित्र देशों को हथियार निर्यात करने की इच्छा जताई थी।

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