..तो इस कारण NDA ने बनाया वेंकैया को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार

उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने के बाद उनके लिए तेलुगू के शब्द ‘गारू’ का इस्तेमाल किया जो किसी को सम्मान देने के लिए बोला जाता है।

By Mohit TanwarEdited By: Publish:Tue, 18 Jul 2017 08:56 AM (IST) Updated:Tue, 18 Jul 2017 02:48 PM (IST)
..तो इस कारण NDA ने बनाया वेंकैया को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
..तो इस कारण NDA ने बनाया वेंकैया को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार

नई दिल्ली,जेएनएन। एनडीए की अोर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एम वेंकैया नायडू अाज संसद भवन में नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण अाडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी सहित कई दिग्गज नेता मौजूद थे।

पीएम मोदी ने बताया सबसे योग्य प्रत्याशी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नायडू को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने के बाद उनके लिए तेलुगू के शब्द ‘गारू’ का इस्तेमाल किया जो किसी को सम्मान देने के लिए बोला जाता है। मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘किसान के पुत्र. एम वेंकैया नायडू गारू सार्वजनिक जीवन में वर्षों का अनुभव रखते हैं और हर राजनीतिक वर्ग में सराहे जाते हैं।' इसके बाद पीएम मोदी ने एक और ट्वीट कर नायडू को उपराष्ट्रपति पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार बताया।

A farmer’s son, @MVenkaiahNaidu Garu brings years of experience in public life and is admired across the political spectrum.

— Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2017

I know @MVenkaiahNaidu Garu for years. Have always admired his hardwork & tenacity. A fitting candidate for the office of Vice President.— Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2017

वेंकैया नायडू से बेहतर कोई नहीं

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने बताया कि वे नायडू के लिए खुश हैं और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए उनसे बेहतर और कोई नहीं हो सकता था। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बधाई देते हुए कहा कि वेंकैया सिर्फ राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।

मंत्री पद से दिया इस्तीफा

वेंकैया नायडू ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। नायडू के जिम्मे आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय की कमान थी।

इसलिए आगे आया वेंकैया का नाम

वेंकैया का चुनाव रणनीतिक रूप सबसे ज्यादा मुफीद था। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं। पिछले तीन सालों में उच्च सदन में विपक्ष के असहयोग के कारण परेशानी झेल रही सरकार को ऐसे कुशल प्रशासक की जरूरत थी जो सदन चला सकें। खासकर तब जबकि सदन में विपक्ष का संख्याबल ज्यादा हो। नायडू वर्तमान में चौथी बार राज्यसभा सदस्य हैं। उनके अनुभव और विपक्ष से संबंधों के आधार पर माना जा रहा है कि वह सामंजस्य बिठाने में कामयाब रहेंगे। 

 दक्षिण में विस्तार पर नजर

-वेंकैया को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने का एक बड़ा कारण दक्षिण में भाजपा के राजनीतिक विस्तार को भी माना जा रहा है।

-दक्षिण में भाजपा काफी प्रयासों के बावजूद कर्नाटक से आगे नहीं बढ़ पाई है। उसकी नजरें तेलंगाना, केरल और तमिलनाडु पर भी हैं।

-आंध्र प्रदेश में फिलहाल भाजपा तेदेपा सरकार में शामिल है। लेकिन, विस्तार के लिहाज से आंध्र को अलग नहीं छोड़ा जा सकता।

-उत्तर में जम्मू-कश्मीर और पूर्व में असम, अरुणाचल, मणिपुर और नगालैंड के बाद केवल दक्षिण भारत ही पूरे विस्तार में अवरोध है।

उपराष्ट्रपति चुनावः वेंकैया नायडू ने भरा नामांकन, देखें तस्वीरें

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