जीएसटी का मतलब 'ग्रोइंग स्ट्रांगर टूगेदर' : मोदी
मानसून सत्र में विपक्ष का साथ मिलने की उम्मीद जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी की नई परिभाषा भी दी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नए राष्ट्रपति के लिए जारी मतदान के बीच संसद के मानसून सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष को साधने की कोशिश करते दिखे। लोकसभा में उन्होंने विपक्षी नेताओं के पास जाकर अभिवादन किया और उनका हालचाल पूछा। यही नहीं, मानसून सत्र में विपक्ष का साथ मिलने की उम्मीद जताते हुए उन्होंने जीएसटी की नई परिभाषा भी दी। उन्होंने कहा कि जीएसटी का मतलब 'ग्रोइंग स्ट्रांगर टूगेदर' भी है।
लोकसभा की बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार के साथ विपक्षी सदस्यों की सीट की ओर गये। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव का अभिवादन किया और उनका हालचाल पूछा। इसके बाद उन्होंने अन्नाद्रमुक नेता और लोकसभा उपाध्यक्ष एम थम्बीदुरई से बात की और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला, ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजद के भतर्ृहरि माहताब का अभिवादन भी किया। वैसे विनोद खन्ना, अनिल माधव दवे एवं चार पूर्व दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिये स्थगित कर दी गई।
जीएसटी पर सरकार को संसद में घेरने के कुछ विपक्षी नेताओं के बयान को नजरअंदाज करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी एक साथ काम करने का दूसरा नाम है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मानसून की बारिश के बाद गर्मी में तपती धरती से नई खुशबू आ रही है, उसी तरह जीएसटी की बारिश के बाद यह सत्र भी उमंग से भरा होगा। उन्होंने उम्मीद जताई की सभी राजनीतिक दल और सांसद राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए चर्चा करेंगे और अहम फैसले लेंगे, जिस पर देशवासियों की भी नजर होगी।
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