अब घर बैठे लीजिए भाजपा की सदस्यता

लोकसभा के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में दिखी लहर से उत्साहित भाजपा ने सदस्यता अभियान के जरिए दो करोड़ लोगों को पार्टी से जोड़ने की योजना बनाई है। अभियान कुछ इस अंदाज में होगा कि घर बैठे ही लोग भाजपा के हो जाएं।

By Edited By: Publish:Mon, 27 Oct 2014 08:20 PM (IST) Updated:Mon, 27 Oct 2014 08:27 PM (IST)
अब घर बैठे लीजिए भाजपा की सदस्यता

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। लोकसभा के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में दिखी लहर से उत्साहित भाजपा ने सदस्यता अभियान के जरिए दो करोड़ लोगों को पार्टी से जोड़ने की योजना बनाई है। अभियान कुछ इस अंदाज में होगा कि घर बैठे ही लोग भाजपा के हो जाएं। कोई भी फोन और इंटरनेट के जरिये सदस्यता ले सकेगा। एक नवंबर से इस अभियान की शुरुआत होगी और पहले सदस्य खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनेंगे।

भाजपा संविधान के अनुसार हर छह साल में सदस्यों को अपनी सदस्यता का नवीनीकरण करना होता है। इस लिहाज से 2015 में हर पुराने सदस्य को भी फिर से सदस्यता लेनी होगी। नई बात यह होगी कि सदस्यता पर्ची तक सीमित न होकर तकनीक के जरिये भी होगी। यानी एसएमएस भेजकर या इंटरनेट पर ऑनलाइन सदस्यता ली जा सकेगी। एक नंबर भी होगा जिसपर फोन कर लोग सदस्य बन पाएंगे।

तकनीक और संचार व्यवस्था के इस्तेमाल पर जोर देते आ रहे भाजपा नेतृत्व ने सदस्यता अभियान में भी इसे जोड़ लिया है। मुख्यालय में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एसएमएस के जरिए ही मोदी को पहली सदस्यता देंगे। फिर मोदी शाह को सदस्य बनाएंगे। यही प्रक्रिया पूरे देश में होगी और भाजपा की कोशिश होगी सदस्यता पांच करोड़ तक पहुंचे। फिलहाल औपचारिक रूप से पार्टी के लगभग सवा तीन करोड़ सदस्य हैं।

फोन नंबर और ईमेल सहित सदस्यों की पूरी जानकारी संबंधित मतदान केंद्र तक पहुंच जाएगी। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता उन सदस्यों तक पहुंचकर यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश करेगा कि नया सदस्य भाजपा की रीति नीति में ढले और चुनाव के वक्त बाहर भी आए। भाजपा महासचिव व संसदीय बोर्ड के सदस्य जेपी नड्डा ने बताया कि शाह ने 2015 को सदस्यता अभियान वर्ष के रूप में घोषित किया था। यूं तो सदस्यता अभियान में 20 फीसद बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा जाता है, लेकिन इस बार कोई लक्ष्य नहीं रखा गया है। कोशिश होगी कि 31 मार्च तक चलने वाले इस अभियान में पिछला रिकार्ड टूटे। नड्डा ने कहा कि नई व्यवस्था के बारे में अलग-अलग क्षेत्र के लिए वर्कशाप लगाए जाएंगे और जहां चुनाव होने हैं वहां मतदान के बाद अभियान शुरू होगा।

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