लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयार केजरीवाल

दिल्ली में पहला ही चुनाव लड़ कर मुख्यमंत्री बन चुके अरविंद केजरीवाल अब लोकसभा चुनाव में उतरने को भी तैयार हो गए हैं। अब तक लोकसभा चुनाव लड़ने से साफ इन्कार कर रहे केजरीवाल ने अब माना है कि अगर पार्टी ने कहा तो वह लोकसभा चुनाव भी लड़ेंगे। उधर, दिल्ली के लोगों को भ्रष्टाचार से निजात दिलाने के लिए भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो में भी व्यापक फेरबदल की योजना उन्होंने बनाई है। इसके तहत उन्होंने उप राज्यपाल से ब्यूरो के सभी प्रमुख अधिकारियों का तबादला करने का अनुरोध किया है।

By Edited By: Publish:Sat, 18 Jan 2014 06:15 PM (IST) Updated:Sun, 19 Jan 2014 07:58 AM (IST)
लोकसभा चुनाव लड़ने को तैयार केजरीवाल

नई दिल्ली [मुकेश केजरीवाल]। दिल्ली में पहला ही चुनाव लड़ कर मुख्यमंत्री बन चुके अरविंद केजरीवाल अब लोकसभा चुनाव में उतरने को भी तैयार हो गए हैं। अब तक लोकसभा चुनाव लड़ने से साफ इन्कार कर रहे केजरीवाल ने अब माना है कि अगर पार्टी ने कहा तो वह लोकसभा चुनाव भी लड़ेंगे। उधर, दिल्ली के लोगों को भ्रष्टाचार से निजात दिलाने के लिए भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो में भी व्यापक फेरबदल की योजना उन्होंने बनाई है। इसके तहत उन्होंने उप राज्यपाल से ब्यूरो के सभी प्रमुख अधिकारियों का तबादला करने का अनुरोध किया है।

केजरीवाल ने कहा है कि व्यक्तिगत तौर पर उनका मानना है कि उन्हें अभी दिल्ली सरकार में ही काम करना चाहिए। लेकिन अगर पार्टी कहती है तो वह लोकसभा चुनाव भी लड़ने को तैयार हैं। अब तक वह कहते रहे हैं कि दिल्ली में व्यापक बदलाव लाने की जरूरत है। इस काम में कुछ समय लगेगा। लेकिन अब वह अपनी सरकार के प्रदर्शन को शानदार बताते हुए कहते हैं, 'तीन हफ्ते में हमारी सरकार ने जितना काम किया है, उतना आजाद भारत के इतिहास में किसी सरकार ने नहीं किया होगा।'

'दैनिक जागरण' से बातचीत में उन्होंने कहा है कि दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मौजूदा व्यवस्था से वह बिल्कुल असंतुष्ट हैं। उन्होंने उप राज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात कर भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) के सभी वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला करने की मांग की है। उन्होंने न सिर्फ इसकी कमान संभालने वाले एडिशनल कमिश्नर जीसी द्विवेदी को, बल्कि दो एसीपी को भी बदलने की सिफारिश की है। केजरीवाल के मुताबिक एडिशनल कमिश्नर ईमानदार तो हैं, मगर काम का जितना बोझ अभी इस एजेंसी पर आने वाला है, उसे वह संभाल पाने में अक्षम महसूस कर रहे हैं। केजरीवाल ने राज्यपाल को उन अधिकारियों के नाम भी दिए हैं, जो इस पद के लिए उन्हें उपयुक्त लगते हैं। दिल्ली में केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर ही चुनाव लड़ा था। शपथ ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने लोगों से वादा किया था कि अब वह ऐसी व्यवस्था करेंगे कि राज्य में किसी सरकारी काम के लिए रिश्वत नहीं देनी पड़े। साथ ही रिश्वत मांगने वाले व्यक्ति को तुरंत पकड़ा जा सकेगा। यह काम उन्हें एसीबी के जरिये ही करना था। इसके लिए उन्होंने लोगों को रिश्वतखोरों का स्टिंग सिखाने वाली हेल्पलाइन भी बनाई है।

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