तमिलनाडु: लगातार बारिश के चलते कीचड़ में फिसला हाथी, पैर में चोट लगने के चलते नहीं बच पाई जान

तमिलनाडु में लगातार बारिश के चलते एक हाथी कीचड़ में फिसल गया। पैर में चोट लगने के चलते हाथी बाहर निकलने में कामयाब नहीं हुआ बल्कि 15 फीट नीचे तक फिसल गया।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 10:19 AM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 10:20 AM (IST)
तमिलनाडु: लगातार बारिश के चलते कीचड़ में फिसला हाथी, पैर में चोट लगने के चलते नहीं बच पाई जान
तमिलनाडु: लगातार बारिश के चलते कीचड़ में फिसला हाथी, पैर में चोट लगने के चलते नहीं बच पाई जान

कोयंबटूर, एएनआइ। तमिलनाडु में लगातार बारिश के चलते एक हाथी कीचड़ में फिसल गया। पैर में चोट लगने के चलते हाथी बाहर निकलने में कामयाब नहीं हुआ बल्कि 15 फीट नीचे तक फिसल गया। आखिरकर हाथी अपने प्रयास में असफल हो गया और उसकी मौत हो गई। वन विभाग के तरफ से यह जानकारी साझा की गई है। कोयंबटूर के मेट्टुपालयम वन रेंज के एक नर हाथी को कल शाम नीलगिरी के जंगलों में मृत पाया गया था। बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में पिछले कई महीनों में हाथी की मौत की घटनाएं सामने आई हैं।

बता दें कि इससे पहले 9 सितंबर को तमिलनाडु में एक हाथी का शव मिलने से वन विभाग में हडकंप मच गया था। यहां मरापालम शोलायूर क्षेत्र में हाथी का शव बरामद किया गया था। बताया जा रहा है कि हाथी के मुंह पर जख्म भी हुए हैं। हालांकि इस बात का पता अभी तक नहीं चल सका है कि हाथी की मृत्यु कैसे हुई है और वन विभाग मौत के कारण का पता लगाने में लगा हुआ है।  

एक महीने पहले छत्तीसगढ़ के जंगलों में मिला था हाथी का शव

इससे तकरीबन एक महीने पहले छत्तीसगढ़ के जंगलों में हाथी का शव बरामद हुआ था। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक जंगल में एक जंगली हाथी मृत पाया गया था। वन विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया था कि सूरजपुर वन प्रभाग के अंतर्गत आने वाले प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में तस्करों के शव को देखा गया था। इससे पहले विभाग को इनमें से दो हाथी के रात 8 बजे के आसपास प्रतापपुर-अंबिकापुर मुख्य मार्ग में चिटकाबहरा के समीप मुख्य मार्ग को पार कर दलदली क्षेत्र में जाने की जानकारी मिली थी।

अधिकारी ने बताया था कि हाथी की मौत की खबर मिलते ही वन अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 340 किमी दूर स्थित है।बता दें कि जून में अलग-अलग कारणों से सूरजपुर के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र सहित चार राज्य जिलों में छह हाथियों की मौत हो गई थी।

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