लाखों रुपए कमाने वाला इंजीनियर बन गया चोर, सदमे में पत्नी
गैरकानूनी तरीके से आधार कार्डधारकों के डेटा चुराने वाले मास्टरमाइंड को बेंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बेंगलुरु। साइबर क्राइम की टीम ने बेंग्लुरु प्रमुख कैब कंपनी में काम करने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को आधार कार्ड डेटा चोरी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इंजीनियर की सालाना कमाई 42 लाख रुपए है। साइबर क्राइम ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी अभिनव श्रीवास्तव (31) ने कहा है कि वो इस डेटा चोरी करने का प्रमुख आरोपी हैं। श्रीवास्तव ने बताया कि उसने डेटा चोरी किसी आपराधिक इरादों के लिए नहीं किया, बल्कि इसके पीछे उसका मकसद अधिक पैसा कमाना था।
26 जुलाई को, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार कार्डधारकों के डेटा को चोरी करने के आरोप के उसके उसके खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई गई थी।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार मंगलवार को यशवंतपुर में गोल्डन ग्रांड अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स के निवासी और कर्थ टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड के कोफ़ाउंडर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के द्वारा मिली सूचना के अनुसार अभिनव आधार कार्ड डाटा एक ई-हॉस्पिटल एप्लिकेशन के द्वारा चुराता था।
सदमे में पत्नी
श्रीवास्तव की डॉक्टर-पत्नी इस खबर को सुनने के बाद गहरे सदमे की स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि वे लैपटॉप पर कई घंटे बिताते थे, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह अवैध गतिविधियों में शामिल होंगे। उसके सहयोगियों और करीबी दोस्तों के मुताबिक, श्रीवास्तव एक खराब सिम कार्ड का उपयोग कर फोन कॉल करने में सक्षम है।
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