800 सीआइएसएफ जवान करेंगे जम्मू, श्रीनगर एवं लद्दाख हवाई अड्डों की सुरक्षा

सीआइएसएफ में 1.6 लाख कर्मी हैं। बल देश के करीब 100 नागरिक हवाई अड्डों में से चालू 61 हवाई अड्डों की सुरक्षा करता है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 13 Jan 2020 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jan 2020 12:44 AM (IST)
800 सीआइएसएफ जवान करेंगे जम्मू, श्रीनगर एवं लद्दाख हवाई अड्डों की सुरक्षा
800 सीआइएसएफ जवान करेंगे जम्मू, श्रीनगर एवं लद्दाख हवाई अड्डों की सुरक्षा

नई दिल्ली, प्रेट्र। नव सृजित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में स्थित हवाई अड्डों को जल्द ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) का एक नया सशस्त्र सुरक्षा कवर मिलेगा। केंद्र ने तीनों नागरिक हवाई अड्डों की सुरक्षा के लिए करीब 800 कर्मी मंजूर किए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सीआइएसएफ सूत्रों ने बताया कि सबसे पहले जम्मू हवाई अड्डे को अगले महीने तक सीआइएसएफ को सौंपा जाएगा। बल में 1.6 लाख कर्मी हैं। बल देश के करीब 100 नागरिक हवाई अड्डों में से चालू 61 हवाई अड्डों की सुरक्षा करता है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने जम्मू, श्रीनगर और लेह हवाई अड्डों की पहरेदारी के लिए करीब 800 सीआइएसएफ कर्मियों की मंजूरी दी है। जम्मू और श्रीनगर हवाई अड्डों को अत्यधिक संवदेनशील श्रेणी में, जबकि लेह को संवदेनशील श्रेणी में रखा गया है।

ठंड खत्म होने के बाद श्रीनगर और लेह एयरपोर्ट पर तैनात होगी CISF

उन्होंने कहा कि नई तैनाती के लिए विभिन्न सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों की एक उन्नत संयुक्त कमान एवं नियंत्रण प्रणाली तीन स्थानों पर बनाई जाएगी। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर और लेह स्थित हवाई अड्डों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआइएसएफ अत्यधिक ठंड खत्म होने के बाद अपने हाथों में लेगी।

सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस इन तीनों असैन्य हवाई अड्डों की अब तक सुरक्षा कर रही है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल यह फैसला किया था कि सीआइएसएफ हवाई अड्डों की पहरेदारी करने वाला केंद्रीय बल होगा और इस तरह के सभी स्थानों की सुरक्षा क्रमश: इसकी कमान के तहत लाई जाएगी।

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