करियर और पढ़ाई से जुड़ी हर उलझन का यहां मिलेगा समाधान, पढ़ें एक बार

आप अपने कोर्स रिसर्च पेपर पब्लिश कराने सेमिनार्स में सहभागिता करने पर अधिक से अधिक ध्यान दें। इससे आपको आगे बढ़ने और पहचान हासिल करने में मदद मिलेगी।

By Neel RajputEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 10:15 AM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 10:15 AM (IST)
करियर और पढ़ाई से जुड़ी हर उलझन का यहां मिलेगा समाधान, पढ़ें एक बार
करियर और पढ़ाई से जुड़ी हर उलझन का यहां मिलेगा समाधान, पढ़ें एक बार

नई दिल्ली [अरुण श्रीवास्तव]। करियर और पढ़ाई को लेकर आपके दिमाग में चल रही उलझन का निदान आपको यहां मिलेगा। नीचे पढ़िए कुछ ऐसे ही प्रश्नन.....

मैंने डीयू से एप्लॉयड साइकोलॉजी से बीए और साइकोलॉजी से एमए किया है। अब मुझे काउंसलिंग साइकोलॉजी के लिए जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप मिल गई है। हालांकि मैंने यहां एडमिशन ले लिया है, पर मेरी कुछ शंकाएं हैं, जिनका समाधान चाहती हूं। पहली, अगर मैं गवर्नमेंट एग्जाम देती हूं, तो जेएनयू, डीयू की तुलना में प्राइवेट यूनिवर्सिटी से निकले स्टूडेंट को कितनी तरजीह दी जाएगी? दूसरी, प्राइवेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने पर गवर्नमेंट एग्जाम में क्या कोई नुकसान होगा? मैं नहीं चाहती कि गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी से डिग्री न होने के कारण मुझे कोई नुकसान हो।

-दीप्ति, ईमेल से

अगर आप मान्यताप्राप्त और प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही हैं और आपको अपने टैलेंट पर पूरा भरोसा है, तो इस बात को लेकर परेशान होने की कतई जरूरत नहीं है। प्राइवेट यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल करके और अपनी प्रतिभा के बल पर तमाम लोग सरकारी और निजी दोनों तरह के संस्थानों में अच्छी पोजीशन में हैं। आप अपने कोर्स, रिसर्च, पेपर पब्लिश कराने, सेमिनार्स में सहभागिता करने पर अधिक से अधिक ध्यान दें। इससे आपको आगे बढ़ने और पहचान हासिल करने में मदद मिलेगी।

मैंने एमएससी फस्र्ट ईयर पूरा करने के बाद बीएड किया है। मैं वापस एमएससी जारी रखना चाहती हूं। क्या ऐसा हो सकता है?

-कुसुमलता, ईमेल से

आपने जिस संस्थान से एमएससी किया है, वहां पता कर लें। मेरे विचार से वहां बीएड की समयावधि का शपथपत्र देकर आप एमएससी पूरा कर सकती हैं।

हालांकि यह स्पेशल केस होगा और इसके लिए समुचित प्राधिकारी से अनुमति हासिल करनी होगी।

मैं ग्यारहवीं में पढ़ रहा हूं। मैं इस बात को लेकर दुविधा में हूं कि बीएससी के लिए कंप्यूटर साइंस का चयन करूं या बीटेक कंप्यूटर साइंस का? मेरी रुचि कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में है।

-पदम कुमार पाठक, ईमेल से

अगर आपकी रुचि कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में है, तो बेहतर होगा कि आप कंप्यूटर साइंस से बीटेक चुनने का प्रयास करें। इसका कारण यह है कि बीएससी की तुलना में आपको इस कोर्स के तहत कंप्यूटर लैब में प्रैक्टिकल करने और प्रोग्रामिंग सीखने व इसमें खुद को आगे बढ़ाने का कहीं अधिक अवसर मिल सकता है। हां, जो भी कोर्स चुनें, उसे करते हुए प्रोग्रामिंग से संबंधित डेवलपमेंट से खुद को नियमित रूप से अपडेट करते रहें।

मैं इंजीनियरिंग की जॉब कर रहा हूं, लेकिन साइकोलॉजी मेरा पैशन है। कृपया इग्नू के अलावा ऐसे अन्य विश्वविद्यालयों के बारे में बताएं, जो डिस्टेंस मोड से साइकोलॉजी का कोर्स कराते हैं। मैं अपनी जॉब के साथ-साथ ग्रेजुएशन करना चाहता हूं।

-एक पाठक, ईमेल से

इग्नू के अलावा देश में कई ऐसे विश्वविद्यालय हैं, जो डिस्टेंस मोड से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन कोर्स संचालित करते हैं। इसमें मुंबई यूनिवर्सिटी, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी, अन्नमलाई यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु यूनिवर्सिटी आदि प्रमुख हैं। आप इनकी वेबसाइट के जरिए इस बारे में विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं।

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