भारतीय उपभोक्ता सबसे ज्यादा आशावादी

भारतीय उपभोक्ता अपनी आय और अर्थव्यवस्था को लेकर एशिया प्रशात क्षेत्र में सबसे ज्यादा आशावादी हैं। भारतीयों का यह भरोसा काफी मजबूत और व्यापक है। मास्टर कार्ड व‌र्ल्डवाइड उपभोक्ता सूचकाक से यह तथ्य सामने आए हैं। इस सूचकाक में भारतीयों को

By Edited By: Publish:Fri, 03 Aug 2012 09:40 AM (IST) Updated:Fri, 03 Aug 2012 09:50 AM (IST)
भारतीय उपभोक्ता सबसे ज्यादा आशावादी

नई दिल्ली। भारतीय उपभोक्ता अपनी आय और अर्थव्यवस्था को लेकर एशिया प्रशात क्षेत्र में सबसे ज्यादा आशावादी हैं। भारतीयों का यह भरोसा काफी मजबूत और व्यापक है। मास्टर कार्ड व‌र्ल्डवाइड उपभोक्ता सूचकाक से यह तथ्य सामने आए हैं।

इस सूचकाक में भारतीयों को 82.1 अंकों के साथ बेहद आशावादी उपभोक्ताओं की श्रेणी में रखा गया है। मास्टर कार्ड का यह सूचकाक एशिया व एशिया प्रशात क्षेत्र के 14 देशों में किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है। सूचकाक में 100 अंक हासिल करने वाले देशों को सबसे ज्यादा आशावादी और शून्य अंक हासिल करने वालों को सबसे ज्यादा निराशावादी माना गया है।

पाच प्रमुख संकेतकों के आधार पर निर्मित इस उपभोक्ता विश्वास सूचकाक में भारत को पाचों संकेतकों में सर्वाधिक अंक मिले। यह संकेतक रोजगार, अर्थव्यवस्था, जीवन स्तर, स्थाई आय और शेयर बाजार हैं। वर्ष 2012 की पहली छमाही के लिए भारत को इस सूचकाक के तहत हासिल हुए 82.1 अंक इससे पिछली छमाही के मुकाबले 0.9 फीसद अधिक हैं। मास्टरकार्ड व‌र्ल्डवाइड केप्रेसीडेंट (दक्षिण एशिया) टीवी शेषाद्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत में उपभोक्ता विश्वास मजबूत बना हुआ है। शेयर बाजार और जीवन स्तर को लेकर भी लोग बेहद आशावादी हैं। देश में यह सर्वे चार प्रमुख शहरों में किया गया। बेंगलूर में लोगों ने अर्थव्यवस्था को लेकर सबसे ज्यादा भरोसा जताया, यहा इस सूचकाक में सबसे ज्यादा 100 अंक अर्जित हुए।

चेन्नई को इस सूचकाक में 79 और नई दिल्ली को 78.7 अंक हासिल हुए। जबकि मुंबई में भरोसा सबसे कमजोर रहा और यहा के लिए सूचकाक में 69.3 अंक दिए गए। सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक एशिया और एशिया प्रशात क्षेत्र के 14 देशों में से केवल छह देशों में उपभोक्ता विश्वास में वृद्धि हुई है। हालाकि इस क्षेत्र के सभी देशों का कुल उपभोक्ता विश्वास वर्ष 2011 की दूसरी छमाही के मुकाबले बढ़ा है। इस क्षेत्र को कुल 57.2 अंक हासिल हुए, जबकि पिछली छमाही में इन देशों को 52.1 अंक हासिल हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक इंडोनेशिया में उपभोक्ताओं का भरोसा सबसे ज्यादा डगमगाया हुआ है। सूचकाक में इंडोनेशिया की स्थिति 18.7 अंक घटकर 57.4 अंक पर पहुंच गई। मलेशिया में उपभोक्ताओं का भरोसा सबसे ज्यादा 17.1 अंक बढ़ा है, जबकि चीन में यह बढ़ोतरी 12.6 अंक और थाईलैंड मे 11.9 अंक रही। जापान में भी उपभोक्ता विश्वास सूचकाक में 7.4 अंक की बढ़त दर्ज की गई।

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