Naxals Encounter: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस ने किए 26 नक्सली ढेर, चार जवान भी घायल

Encounter In Gadchiroli मुंबई से 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 26 नक्सली मारे गए। इस दौरान चार जवान भी घायल हो गए। जिला पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने कहा कि हमने जंगल से अब तक 26 नक्सलियों के शव बरामद किए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 13 Nov 2021 04:53 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 09:13 AM (IST)
Naxals Encounter: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस ने किए 26 नक्सली ढेर, चार जवान भी घायल
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 26 नक्सली ढेर। फाइल फोटो

मुंबई, प्रेट्र/एएनआइ। महाराष्ट्र में मुंबई से 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में शनिवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में 26 नक्सली मारे गए। इस दौरान चार जवान भी घायल हो गए। जिला पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने कहा कि हमने जंगल से अब तक 26 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। गोयल ने कहा कि मुठभेड़ सुबह मर्दिनटोला वन क्षेत्र के कोरची में उस समय हुई, जब सी-60 पुलिस कमांडो की एक टीम अतिरिक्त एसपी सौम्या मुंडे के नेतृत्व में तलाशी अभियान चला रही थी। हालांकि अभी तक मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक उनमें एक शीर्ष विद्रोही नेता के शामिल होने का संदेह है। अधिकारियों ने पहले कहा था कि कार्रवाई में चार पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए हेलीकाप्टर से नागपुर ले जाया गया। जिला छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है।

शीर्ष नक्सली कमांडर भी ढेर

महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि मुझे गढ़चिरौली में नक्सल विरोधी अभियान में 25 नक्सलियों के साथ एक शीर्ष नक्सली कमांडर के मारे जाने की जानकारी है। मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। गढ़चिरौली में नक्सल विरोधी अभियान में घायल हुए चार पुलिस जवानों को एयरलिफ्ट कर नागपुर के आरेंज सिटी हास्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के क्रिटिकल केयर कॉम्प्लेक्स में भर्ती कराया गया है।

छह घंटे चली मुठभेड़

इसी बीच गढ़चिरौली के ग्यारबत्ती-कोडगुल जंगल के पास गढ़चिरौली की पुलिस ने घेराबंदी कर दी। इसमें नक्सली फंस गए। इसके बाद करीब छह घंटे लगातार मुठभेड़ हुई, जिसमें करीब 26 नक्सली मार गिराए गए। मुठभेड़ में बड़े नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर है। इसमें एमएमसी जोन के इंचार्ज दीपक तेलतुमड़े का नाम भी सामने आ रहा है। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल का कहना है कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस की टीम शवों को बरामद करने में जुटी है। इसके बाद ही मारे गए नक्सलियों की वास्तविक संख्या और उनकी पहचान की जाएगी। इधर, मुठभेड़ को लेकर राजनांदगांव पुलिस की टीम भी अलर्ट हो गई है। इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।

मई में 13 मारे गए थे 13 नक्सली

गौरतलब है कि इससे पहले मई, 2021 में गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 13 वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया गया था। मुठभेड़ के बाद जिले के कसनपुर एरिया के टाप नक्सली नेताओं का सफाया हो गया है। महाराष्ट्र सरकार ने मारे गए नक्सलियों पर कुल 60 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। नक्सलियों के इनाम राशि को लेकर एसपी कार्यालय से जारी सूची में सबसे ज्यादा इनाम एटापल्ली के 31 साल के नक्सली सतीश उर्फ मोहंडा पर घोषित था। कंपनी नंबर चार के कमांडर सतीश पर 16 लाख रुपये का इनाम था। वह नक्सली संगठन में डीवीसी मेंबर के पद पर सक्रिय था। पुलिस जवानों की हत्या, लूट, आगजनी समेत कई मामले में वह अपराधी था। उसके बाद कसनपुर एलओएस की महिला कमांडर नंदिनी और प्रेमवती पर छह-छह लाख रुपये का इनाम घोषित है। 33 साल की नंदिनी सुकमा जिले के जगरगुंडा की रहने वाली थी। उमेश परसा, सोमारी उर्फ सुनीता पर भी छह-छह लाख रुपये का इनाम था। सुनीता कसनपुर की एसीएम के पद पर तैनात थी। उप कमांडर रूपेश उर्फ ¨लगा पर छह लाख रुपये का इनाम घोषित था। कंपनी नंबर चार का किशोर उर्फ शिवा चार लाख रुपये का इनामी था। मारे गए नक्सलियों में शेवंती हेडो, किशोर होड़ी, क्रांती उर्फ मैना, रजनी ओडी, सगुणा उर्फ बसंती, रोहित उर्फ मनीष पर दो-दो लाख रुपये का इनाम घोषित था।

जानें, देश में नक्सलियों ने कब-कहां किए बड़े हमले

-छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले के बार्डर पर चार अप्रैल, 2021 को हुई मुठभेड़ 22 जवान शहीद हो गए। 31 जवान घायल हो गए, 25 नक्सली ढेर

-15 मार्च, 2007 को बीजापुर जिले के रानीबोदली कैंप पर नक्सलियों ने हमला किया था। इस हमले में 55 जवान शहीद हुए थे।

-नौ जुलाई 2007 में एर्राबोर के उरपलमेटा में सीआरपीएफ और ज़िला पुलिस का बल माओवादियों की तलाश कर के वापस बेस कैंप लौट रहा था। उसी दौरान माओवादियों ने हमला कर दिया था। जिसमें 23 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।

-12 जुलाई, 2009 को राजनांदगांव के मानपुर इलाके में माओवादियों के हमले की सूचना पा कर पहुंचे पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार चौबे समेत 29 पुलिसकर्मियों पर माओवादियों ने हमला कर हत्या कर दी थी।

-छह अप्रैल, 2010 को सुकमा के ताड़मेटला में सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया था। इसमें 76 जवान शहीद हो गए थे।

-दंतेवाड़ा से सुकमा जा रहे सुरक्षाबल के जवानों पर माओवादियों ने 17 मई 2010 में बारूदी सुरंग लगा कर हमला कर दिया था। इस हमले में 12 विशेष पुलिस अधिकारी सहित 36 लोग मारे गए थे।

-25 मई 2013 बस्तर जिले के झीरम घाट में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला, 31 की जान गई

-11 मार्च 2014 सुकमा जिले के टाहकवाड़ा में हमला, 15 जवान शहीद

-12 अप्रैल, 2015 बस्तर जिले के दरभा में एंबुलेंस को विस्फोट से उ़़डाया, 15 जवान, ड्राइवर स्वास्थ्यकर्मी शहीद

छह मई 2017 सुकमा के कसालपाड़ में घात लगाकर हमला, 14 जवान शहीद-25 अप्रैल, 2017 सुकमा जिले के बुरकापाल में सीआरपीएफ जवानों पर हमला, 25 शहीद

-23 मार्च 2020 सुकमा जिले के मिनपा में जवानों पर हमला, 17 शहीद

-23 मार्च, 2021 नारायणपुर में जवानों की बस को विस्फोट से उड़ाया, पांच शहीद।

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