जिंदा बचे पक्षी मारे जाएंगे, चिडिय़ाघर तीन सप्ताह तक रहेगा बंद

गांधी प्राणी उद्यान [ चिडिय़ाघर ] में बर्ड फ्लू संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिंदा बच गए 6 पेंटेड स्टार्क को सोमवार को मार दिया जाएगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 24 Oct 2016 05:06 AM (IST) Updated:Mon, 24 Oct 2016 05:19 AM (IST)
जिंदा बचे पक्षी मारे जाएंगे, चिडिय़ाघर तीन सप्ताह तक रहेगा बंद

ग्वालियर, ब्यूरो। गांधी प्राणी उद्यान [ चिडिय़ाघर ] में बर्ड फ्लू संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिंदा बच गए 6 पेंटेड स्टार्क को सोमवार को मार दिया जाएगा। वहीं अब तक इसी बा़$डे में रह रहे 3 पेलिकन [ जलीय पक्षी ] को अब अलग कर दिया गया है। उधर, बर्ड फ्लू को लेकर वेटनरी कॉलेज महू के डीन डॉ.यूके गर्ग के नेतृृत्व में आई टीम ने रविवार को चिडिय़ाघर का गहन निरीक्षण किया। यहां तैनात अमले को बरती जानी वाली सावधानियों की जानकारी दी। दोपहर बाद कलेक्टर डॉ.संजय गोयल के साथ एक बैठक कर अपनी निरीक्षण रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर ही कलेक्टर ने आगामी तीन सप्ताह तक चिडिय़ाघर को आमजन के लिए बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
बाकी को मारा जाना जरूरी
डॉ. गर्ग व उनके साथ आए विशेषषज्ञों ने कलेक्टर को बताया कि शेषष बचे 6 पेंटेड स्टार्क में से 3 की स्थिति गंभीर है। हो सकता है कि वे सोमवार तक स्वत: ही मर जाएं। ऐसे में बेहतर होगा कि हम सभी को सोमवार को ही मार दें। दल के अनुसार इनके चिडिय़ाघर में बने रहने से अन्य पक्षियों और इधर--उधर बर्ड फ्लू का वायरस एच--5 एन--8 फैल सकता है। मामले में कलेक्टर ने निर्धारित गाइडलाइन का पालन करते हुए शेषष बचे पेंटेड स्टार्क के निपटान के निर्देश दिए। निपटान की यह प्रक्रिया पदेन वन मंडल अधिकारी विक्रम सिंह परिहार और उप संचालक पशुपालन ओपी दीक्षित के तकनीकि मार्गदर्शन में होगी।
कर्मचारियों का हर दिन परीक्षण : दल ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तैयार गाइड लाइन बताई। गाइड लाइन के आधार पर कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए हैं कि वह अपनी देखरेख में संक्रमित पक्षियों पर तैनात कर्मचारियों को टैमी फ्लू की टेबलेट खिलवाएं।

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