Madhya Pradesh: शिवराज सिंह चौहान बोले-कांग्रेस ने इतने साल राज किया, लेकिन टंट्या मामा को भूल गए

Madhya Pradesh मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में कहा कि कांग्रेस ने इतने वर्षों तक राज किया है लेकिन टंट्या मामा भीमा नायक और बिरसा मुंडा जैसे देश के क्रांतिकारियों को क्यों भूल गए?

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 09:05 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 09:05 PM (IST)
Madhya Pradesh: शिवराज सिंह चौहान बोले-कांग्रेस ने इतने साल राज किया, लेकिन टंट्या मामा को भूल गए
शिवराज सिंह चौहान बोले-कांग्रेस ने इतने साल राज किया, लेकिन टंट्या मामा को भूल गए। फोटो एएनआइ

इंदौर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को इंदौर में कहा कि क्रांतिकारी जननायक टंट्या भील के बलिदान दिवस पर आदिवासियों के मुद्दों पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इतने वर्षों तक राज किया, लेकिन टंट्या मामा, भीमा नायक और बिरसा मुंडा जैसे देश के क्रांतिकारियों को क्यों भूल गए? जिन्होंने देश के लिए खून की अंतिम बूंद दे दी, उन्हीं को भुला दिया। अब हर साल टंट्या मामा का बलिदान दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। टंट्या मामा के नाम से इंग्लैंड तक अंग्रेज डरते थे। स्वतंत्रता आंदोलन के जननायक टंट्या मामा ने गरीबों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के विरद्ध हथियार उठाए थे।

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदेंगे वनोपज

इस मौके पर शिवराज सरकार ने अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए घोषणाओं की झड़ी लगा दी। इंदौर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनजातीय भाइयों की वनोपज को माटी के मोल नहीं बिकने देंगे। महुआ, चारौली, नीम की निंबोली, करंज बीज आदि वनोपज की खरीदी के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू किया जाएगा। मध्य प्रदेश में पेसा एक्ट लागू हो गया है। शिवराज सिंह ने कहा कि सरकार ने इस एक्ट के तहत आदिवासी क्षेत्र के राजस्व ग्रामों में स्थानीय फैसले लेने के लिए ग्रामसभाओं को सशक्त बनाने का फैसला कर लिया है। ग्रामसभाओं को कई अधिकार दिए जाएंगे। दिसंबर 2006 से पहले जमीन पर काबिज जिन आदिवासियों को पट्टे नहीं मिले हैं, उनके लिए फिर से अभियान शुरू किया जाएगा।

अगले चार साल में किसी को बिना आवास नहीं रहने देंगे

स्टेडियम में मौजूद हजारों आदिवासियों के समक्ष मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों के आसपास रहने वाले जिन आदिवासी भाइयों के पास जगह की कमी होगी, उनको मुख्यमंत्री आवासीय भूअधिकार योजना के तहत शासकीय जमीन पर भूखंड दिए जाएंगे। जगह कम पड़ी तो निजी जमीन खरीदकर भी देंगे। आदिवासी और शिक्षित बेरोजगारों के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि शासकीय विभागों में बैकलाग के एक लाख रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी। सबको नौकरी नहीं मिल सकती इसलिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में 50 लाख रुपये तक ऋण दिया जाएगा। इस योजना में तीन प्रतिशत ब्याज सरकार भरेगी। अगले चार साल में किसी को बिना आवास नहीं रहने देंगे। पीएम आवास योजना के तहत मकान बनाने वालों को पास की ही खदान से मुफ्त में रेत दिलाई जाएगी।

ऐसे लोगों का कर्ज माफ किया जा रहा

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 15 अगस्त, 2020 तक बिना लाइसेंस वाले जिन सूदखोरों ने कर्ज दिया है, वे कर्ज नहीं वसूल कर सकेंगे। ऐसे लोगों का कर्ज माफ किया जा रहा है। इसके बावजूद गरीबों को परेशान करने वाले सूदखोरों को जेल जाना पड़ेगा। हमने नई आबकारी नीति में आदिवासियों द्वारा महुआ से बनाई परंपरागत शराब को भी शामिल किया है। इसे हैरिटेज शराब के नाम से बेचा जा सकेगा।

समूह के लिए खुले संभावनाओं के नए द्वार: राज्यपाल

राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने कहा कि टंट्या मामा के बलिदान को समर्पित गौरव कलश यात्रा 500 किमी घूमकर यहां आई है। साढ़े छह लाख लोगों द्वारा इसका सम्मान बहुत बड़ी बात है। जनजातीय समुदाय के हित और सर्वागीण विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिन-रात प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि जनजातीय भाइयों के बारे में किसी ने पहले किसी ने नहीं सोचा, लेकिन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनके उत्थान के लिए देश में पहली बार अलग से जनजातीय मंत्रालय का गठन किया।

पुस्तक 'टंट्या मामा बड़ो लड़ैया' का विमोचन

अतिथियों ने मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तक 'टंट्या मामा बड़ो लड़ैया' का विमोचन भी किया। टंट्या मामा की स्मृति में चलाई गई गौरव कलश यात्रा का स्वागत और पूजन राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने किया। इससे पहले टंट्या भील के जीवन पर आधारित नाटक का मंचन किया। इसके पूर्व राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने महू के पातालपानी में टंट्या मामा की प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही टंट्या मामा के वंशजों से भेंटकर उन्हें सम्मानित किया।

टंट्या भील के बलिदान दिवस पर शिवराज ने जनजातीय वर्ग को लुभाने के लिए की ये घोषणाएं

- पेसा एक्ट लागू, जनजातीय गांवों में फैसले लेने के लिए ग्रामसभा को मजबूत बनाएगी सरकार

- फिर शुरू होगा पट्टे बांटने का अभियान

- शासकीय विभागों में बैकलाग के एक लाख रिक्त पदों पर होगी भर्ती

- बिना लाइसेंस वाले सूदखोर नहीं वसूल सकेंगे कर्ज

- सूदखोरों ने गरीबों को परेशान किया तो जाएंगे जेल

- आदिवासियों के हाथों बनी परंपरागत शराब हैरिटेज शराब के नाम से बेची जाएगी

- पीएम आवास योजना में घर बनाने के लिए मुफ्त में देंगे रेत

- मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप शहीदों के स्मारक बनाए जाएंगे

- पातालपानी में 4.55 करो़़ड रपये की लागत से नवतीर्थ स्थल बनाया जाएगा

- यहां जनजातीय म्यूजियम और जननायक टंट्या मामा वाटिका भी बनेगी।

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