लोग तो राशन की लाइन में भी मर सकते हैं: सहस्रबुद्धे

बैंकों में पैसे जमा करने और निकालने के लिए लंबी लाइन में लोग परेशान हैं। कुछ लोगों की मौत भी हो गई, लेकिन सरकार कोई व्यवस्था नहीं बना पा रही है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Nov 2016 03:49 AM (IST) Updated:Tue, 15 Nov 2016 04:00 AM (IST)
लोग तो राशन की लाइन में भी मर सकते हैं: सहस्रबुद्धे

भोपाल, ब्यूरो। बैंकों में पैसे जमा करने और निकालने के लिए लंबी लाइन में लोग परेशान हैं। कुछ लोगों की मौत भी हो गई, लेकिन सरकार कोई व्यवस्था नहीं बना पा रही है। इस सवाल के जवाब पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि मौत तो राशन के लिए लगी लाइन में भी हो सकती है, पर इसको नोटबंदी से जा़ेडना ठीक नहीं है।
विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि हमारी ऐसे लोगों के प्रति पूरी संवेदनशीलता है। इसे नोट बंदी से जा़ेडकर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा कार्यकर्ताओं से आह्वान करता हूं कि वे लाइन में ख़डे होकर परेशान हो रहे लोगों की हर संभवन मदद करें।
बीजेपी के पास काला धन नहीं, खातों की जानकारी चुनाव आयोग को देंगे
विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए सहस्रबुद्धे ने कहा कि बीजेपी के पास कोई काला धन नहीं है और न ही नोट बंदी से पहले भाजपा ने पैसा बैंक अकाउंट में जमा कराया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने सितंबर और अक्टूबर के खातों की जानकारी चुनाव आयोग को देगी, तब सब कुछ साफ हो जाएगा।

उन्होंने खातों की जानकारी को मीडिया के सामने सार्वजनिक करने से इंकार करते हुए कहा कि कानूनी रूप से प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
नोट बंदी पर लोगों के सामने आ रही समस्याओं पर सहस्रबुद्धे ने कहा कि मोदी ने जनआंदोलन का आह्वान किया है, इसमें आम लोग सत्याग्रही बनकर था़ेडा कष्ट सहें। कई बार देश की भलाई के लिए अलोकप्रिय फैसले लेने प़डते हैं।

पढ़ें:मंथन में देवताओं के साथ असुर भी हों तब निकलेगा अमृत: स्मृति ईरानी

पढ़ें:अनफिट अधिकारी ने किया एनकाउंटर करने वाली टीम का नेतृत्व

chat bot
आपका साथी