मोदी कैम्पेनर तो राहुल जुझारू नेता: खुर्शीद

भाजपा के पास अच्छे कैम्पेनर के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। पीएमओ के निर्देश पर मंत्री-अफसर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जुझारू और जमीन से जु़डकर चलने वाले नेता हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2015 04:22 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2015 04:25 AM (IST)
मोदी कैम्पेनर तो राहुल जुझारू  नेता: खुर्शीद

भोपाल [ब्यूरो]। भाजपा के पास अच्छे कैम्पेनर के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। पीएमओ के निर्देश पर मंत्री-अफसर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जुझारू और जमीन से जु़डकर चलने वाले नेता हैं। युवाओं को ताकत देने का काम कर रहे हैं। अगले चुनाव में इसका अहसास भी हो जाएगा।

यह बात कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुर्शीद अहमद सैयद ने रविवार को राजधानी में एक विशेष चर्चा में कही। वह पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की दो जून को महू में आयोजित सभा के मद्देनजर आए हैं।

उन्होंने डॉ.भीमराव आंबेडकर को लेकर मची सियासत पर कहा कि भाजपा और संघ ने उन्हें कभी तवज्जो नहीं दी। कांग्रेस ने ही उनकी विचारधारा व नीतियों को सही मायनों में अपनाया।

खुर्शीद ने कहा कि भाजपा आज जिस तरह से आम्बेडकर को अपना बताने की कोशिश कर रही है, उसे इतिहास के पन्ने पलट लेना चाहिए।

बीजेपी तो आंबेडकर के बनाए संविधान को समुद्र में फेंकने की बात करने वाली पार्टी है। देश में उनकी मूर्तियों को सर्वाधिक नुकसान इसी विचारधारा के लोगों ने पहुंचाया है। न तो इनका भरोसा संविधान में है और न ही आम्बेडकर की नीतियों में। यही वजह है कि संसद की अवहेलना करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। हाल ही में भूमि अधिग्रहण कानून पर फिर अध्यादेश जारी कर दिया, जबकि मामला संसद की स्थायी समिति के पास है। भाजपा और संघ देश को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन अब लोग इनके झांसे में आने वाले नहीं है। देश, अच्छे दिन के वादे का हश्र देख चुका है। अब इसे बीजेपी चुनावी जुमला करार दे रही है।

राहुल के नेतृत्व वाली कांग्रेस हुल्लड़ ब्रिगेड

भोपाल [ब्यूरो]। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा आरएसएस पर की गई टिप्पणी पर अब बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री अरविंद मेनन ने पलटवार किया है। मेनन ने संघ को भारत की रक्षा का भुजदंड बताते हुए राहुल के नेतृृत्व वाली कांग्रेस को महज हुल्ल़$ड ब्रिगेड बताया है।

उन्होंने कहा कि आरएसएस को राहुल के परदादा पं.जवाहरलाल नेहरू ने भी चीन से पराजय के बाद तब पहचाना था, जब संघ कार्यकर्ताओं ने अग्रिम पंक्ति में पहुंचकर सैनिकों को राहत सामग्री पहुंचाई थी।

देश में प्राकृतिक आपदा के समय जब उत्तराखंड में कांग्रेसी पांच सितारा होटलों में मुर्ग-मुसल्लम का स्वाद ले रहे थे, तब स्वयंसेवक दूरस्थ गांवों में जनता को बचाने में जुटे थे। राहुल गांधी ने संघ के बारे में दुष्प्रचार कर अपनी अपरिपक्वता का ही परिचय दिया है। महात्मा गांधी एवं राम मनोहर लोहिया ने संघ के संस्कार एवं शक्ति की तारीफ की थी।

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