Madhya Pradesh: मप्र में कांग्रेस विधायक के बेटे ने खुद को मारी गोली, मौत

Madhya Pradesh कांग्रेस विधायक संजय यादव के छोटे बेटे विभोर यादव ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोरखपुर हाथीताल स्थित घर में विभोर ने कमरे में खुद को बंद कर गोली चलाई। उस वक्त स्वजन घर पर नहीं थे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 11 Nov 2021 08:26 PM (IST) Updated:Thu, 11 Nov 2021 08:26 PM (IST)
Madhya Pradesh: मप्र में कांग्रेस विधायक के बेटे ने खुद को मारी गोली, मौत
मप्र में कांग्रेस विधायक के बेटे ने खुद को मारी गोली, मौत। फाइल फोटो

जबलपुर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले की बरगी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक संजय यादव के छोटे बेटे विभोर (विभु) यादव ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोरखपुर हाथीताल स्थित घर में विभोर (17) ने गुरुवार दोपहर कमरे में खुद को बंद कर गोली चलाई। उस वक्त स्वजन घर पर नहीं थे। गोली की आवाज सुनकर सुरक्षा गार्ड ने शोर मचाया। घर के नौकरों ने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। विभोर को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विभोर ने चार पन्नों का अंग्रेजी में लिखा सुसाइड नोट भी छोड़ा है। विभोर ने यह कदम क्यों उठाया, इसकी जांच की जा रही है। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। विभोर ने जिस लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चलाई, वह पिता संजय यादव के नाम थी।

विधायक हर वक्त रिवाल्वर अपने पास ही रखते थे, लेकिन गुरुवार को रिवाल्वर घर पर ही रखी थी। दरअसल, शहर में कमल नाथ के 15 नवंबर के आगमन को लेकर महाराजपुर में कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक थी। इसमें शामिल हो रहे संजय यादव रिवाल्वर नहीं ले गए। विभोर की मां सीमा यादव दोपहर 12 बजे भोपाल के लिए रवाना हुई थीं। विभोर का बड़ा भाई पेट्रोल पंप गया हुआ था। सुसाइड नोट में लिखा- दोस्त बुला रहे हैं, मम्मी पापा अच्छे हैं। सुसाइड नोट में विभोर ने लिखा कि मम्मी-पापा अच्छे हैं। उसने यह भी लिखा कि उसे दोस्त बुला रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने अब तक सुसाइड नोट में लिखी बातों की पुष्टि नहीं की है। विभोर कक्षा 11वीं का होनहार विद्यार्थी था और मनोविज्ञान की पढ़ाई कर रहा था। स्वजन उसे आगे की पढ़ाई के लिए विदेश भी भेजना चाहते थे।

गौरतलब है कि इससे पहगले जैन संत आचार्य विमद सागर महाराज के बड़े भाई संतोष जैन रविवार को दिए अपने बयान से सोमवार को पलट गए। पहले उन्होंने महाराज की आत्महत्या पर सवाल उठाते हुए कहा था कि साधु समाधि लेते हैं, आत्महत्या नहीं करते। आत्महत्या के कारण की बारीकी से जांच की जानी चाहिए। इसके पीछे उन्होंने षड्यंत्र की आशंका जताई थी। सोमवार को परदेशीपुरा थाना प्रभारी को लिखे पत्र में संतोष जैन ने कहा कि मेरे गृहस्थ आश्रम के छोटे भाई आचार्य विमद सागर के प्रति अधिक वात्सल्य होने के कारण आवेश में मैंने कुछ शंकाएं व्यक्त कीं। बाद में लोगों से संपर्क होने पर घटना के संबंध में जानकारी मिली। इससे मैं घटना से अवगत हुआ। स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा की गई छानबीन से मैं पूर्णत: संतुष्ट हूं। घर आने पर बड़े-बूढ़ों से चर्चा के बाद मुझे इंदौर के किसी व्यक्ति या संस्था पर कोई शक नहीं है। आगे हम कोई जांच नहीं चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रवचन केसरी के नाम से ख्यात आचार्य विमद सागर ने शनिवार को इंदौर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। रविवार को उनका यहां अंतिम संस्कार हुआ, इसी दौरान उनके बड़े भाई ने उपरोक्त आशंकाएं जताई थीं।

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