यहां खाने में दुुनिया की सबसे तीखी मिर्च तो बीयर पीने के लिए बांस से बने ग्लास को होता है इस्तेमाल

तवांग देखने में जितना खूबसूरत उतना ही विविधताओं वाला शहर है। जनजाति से लेकर खानपान और उत्सव हर एक का है यहां अनोखा अंदाज। तो अगर यहां घूमने आए हैं तो इन्हें चखना बिल्कुल न भूलें।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Tue, 23 Oct 2018 12:27 PM (IST) Updated:Tue, 23 Oct 2018 12:27 PM (IST)
यहां खाने में दुुनिया की सबसे तीखी मिर्च तो बीयर पीने के लिए बांस से बने ग्लास को होता है इस्तेमाल
यहां खाने में दुुनिया की सबसे तीखी मिर्च तो बीयर पीने के लिए बांस से बने ग्लास को होता है इस्तेमाल

अगर आप पूर्वोतर में हैं और वहां के खाने का स्वाद नहीं चखा तो आपकी यात्रा अधूरी है। तवांग से लेकर जीरो वैले किसी भी जगह जाएं यहां के स्थानीय व्यंजनों को चखना न भूलें। जो आपको यहां के छोटे-बड़े सभी रेस्तरां में मिल जाएंगे। घरों में भी स्वागत-सत्कार में लोग इनका खूब प्रयोग करते हैं। जैसे यहां सबसे अलग है बांस से बने ग्लास में बीयर पीने का लुत्फ। अगर आप बीयर के शौकीन हैं तो यकीनन यह अनुभव आपके लिए नया होगा।
पूर्वोत्तर के स्वाद उत्तर भारत से अलहदा होते हैं। इनमें कुछ खास हैं, जैसे-पिकापिला, जो कि यहां का प्रसिद्ध अचार है। यह बम्बू-शुट, किंग-चिल्ली (भूत-झोलकिया) और पोर्क-मीट को मिलाकर बनाया जाता है। यह अचार मांसाहारी होने के साथ बहुत तीखा होता है और 'आपातानी' जनजाति में ज्यादा लोकप्रिय है।

इसी तरह लुकतेर है, जो यहां का एक और लोकप्रिय व्यंजन है। इसे ड्राई-मीट और किंग-चिल्ली (भूत-झोलकिया) को मिलाकर बनाया जाता है। यह व्यंजन चावल के साथ खाया जाता है। एक अन्य लोकप्रिय पेय पदार्थ है अपोंग। यह चावल से बना हुआ एक प्रकार का बीयर है जो पूरे अरुणाचल में शौक से पीते हैं लोग। यह यहां का मुख्य पेय है। इस पेय की सबसे अच्छी बात यह है कि यह घर का बना हुआ होता है और किसी भी तरह के रसायन से मुक्त पेय है। इसे स्वाद में अच्छा और सुपाच्य माना जाता है।
इसके अलावा इन्हें भी यहां आकर जरूर चखें
मोमोज़
वैसे तो इसका स्वाद आपको अब इंडिया में कई जगहों पर चखने को मिल जाएगा लेकिन यहां के मोमोज़ न सिर्फ मशहूर हैं बल्कि इनका स्वाद भी काफी अलग है। वेज मोमोज़ में जहां पत्तागोभी, आलू, गाजर की स्टफिंग होती है वहीं नॉनवेज में चिकन, मटन और बीफ की। नॉन वेज खाने वालों की तादाद यहां ज्यादा है इसलिए नॉन वेज मोमोज़ में कई तरह के एक्सपेरिमेंट कर उसे और भी जायकेदार बनाया जाता है।

चूरा सब्जी
ये एक तरह की करी होती है जो याक या गाय के दूध के खमीर उठे चीज़ से तैयार की जाती है और इसमें स्वाद बढ़ाने का काम करता है किंग चिली का इस्तेमाल। अगर आप तीखा और मसालेदार खाने के शौकिन हैं तो आपको ये डिश जरूर पसंद आएगी।
पहक
पहक एक प्रकार की तीखी चटनी है जो खमीर उठे सोयाबीन और मिर्च से तैयार की जाती है। किंग चिली मिली इस चटनी को चावल के साथ मिलाकर खा सकते हैं। जिसके साथ आपको दूसरी किसी सब्जी या चीज़ की जरूरत नहीं पड़ेगी।

मरूआ
अपोंग जैसे ही मरूआ भी घर में बनाई जाने वाली अल्कोहल है और ये अरूणाचल के खान-पान का खास हिस्सा है। आम एल्कोहल और इसमें महज इतना फर्क है कि ये चावल से नहीं बल्कि बाजरे से तैयार की जाती है। खास मौकों पर घर-घर में आप इसका स्वाद ले सकते हैं।  

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