फीफा वर्ल्डकप : 68 साल बाद फाइनल में पहुंचा क्रोएशिया, जानें 40 लाख जनसंख्या वाले देश में क्या है खास

रूस में हो रहे फीफा वर्ल्ड कप में पूर्वी यूरोप के छोटे से देश क्रोएशिया ने अबतक ऐसा खेल दिखाया है, जिसकी उम्मीद शायद किसी फुटबॉल फैंस को नहीं रही होगी।

By Pratima JaiswalEdited By: Publish:Fri, 13 Jul 2018 03:32 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jul 2018 06:00 AM (IST)
फीफा वर्ल्डकप : 68 साल बाद फाइनल में पहुंचा क्रोएशिया, जानें 40 लाख जनसंख्या वाले देश में क्या है खास
फीफा वर्ल्डकप : 68 साल बाद फाइनल में पहुंचा क्रोएशिया, जानें 40 लाख जनसंख्या वाले देश में क्या है खास

स्पोर्ट्स के बारे में कहा जाता है, इसमें कभी भी कुछ भी हो सकता है। हमेशा मैदान में नए इतिहास रचे जाते हैं। यहां कब क्या हो जाए, दर्शक अंदाजा नहीं लगा सकते। ऐसा ही देखने को मिला फीका वर्ल्ड कप में। 

रूस में हो रहे फीफा वर्ल्ड कप में पूर्वी यूरोप के छोटे से देश क्रोएशिया ने अबतक ऐसा खेल दिखाया है, जिसकी उम्मीद शायद किसी फुटबॉल फैंस को नहीं रही होगी। सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराकर फाइनल में पहुंचे क्रोएशिया का नाम भी कई लोगों के लिए नया था।

ये नाम इसलिए भी खास था कि 68 साल बाद 40 लाख आबादी वाला छोटा-सा देश क्रोएशिया फीफा वर्ल्डकप में पहुंचा है। ऐसे में जानते हैं क्रोएशिया के बारे में कुछ खास बातें।

 

1950 में क्रोएशिया से पहले फाइनल में पहुंचा था उरूग्वे 

क्रोएशिया की कुल आबादी 4 मिलियन (40 लाख) है, मतलब भारत की राजधानी दिल्ली से भी काफी कम। 68 साल बाद कोई इतना छोटा देश वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा है। इससे पहले 1950 में उरुग्वे ऐसा कर चुका है। क्रोएशिया क्षेत्रफल में हिमाचल प्रदेश जितना ही बड़ा है।

डबरोवनिक ओल्ड टाउन वॉल 

बड़े-बड़े टॉवर और समुद्र से घिरी हुई दिलचस्प लोकेशन। इस जगह को इस देश की सबसे ग्लैमरस लोकेशन के तौर पर जाना जाता है। यूनेस्को ने इस जगह को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया है। 

हवार टाउन

आपको बेस्ट सीफूड और दिलचस्प रेस्टोरेंट में घूमना है, तो हवार टाउन में घूम सकते हैं। इस शहर की सबसे खास बात ये है कि ये कार फ्री जोन है। जहां ट्रैफिक या हॉर्न जैसी कोई परेशानी नहीं है। आपको ये जगह तरह-तरह के जायकों से महकती हुई नजर आएगी। 

पिल्टविस नेशनल पार्क 

अगर आप नेचर लवर हैं, तो आपको क्रोएशिया में पिल्टविस नेशनल पार्क जरूर घूमना चाहिए। आपको यहां भालू, भेड़िए, उल्लू, गिद्ध जैसी कई प्रजातियों के जानवर और पक्षी मिलेंगे। 

जदर रोमनिस चर्च 

अगर आपको किसी धार्मिक जगह पर जाने का मन हो, तो आप जदर रोमनिस चर्च में जा सकते हैं। ये 9वीं सदी में बनी हुई चर्च है। जिसे पहले ‘चर्च ऑफ डोनट्स’ के नाम से जाना जाता था। यहां आप ग्लास की नक्काशी वाला म्यूजियम देख सकते हैं। 

रोविनज 

 

इस जगह को फिशिंग हार्बर के नाम से भी जाना जाता है। आप यहां पर स्मार्ट होटल, सुपर मार्केट, आर्ट गैलेरी, सीफूड रेस्टोरेंट्स पर हैग आउट के लिए भी आ सकते हैं।  

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