Coronavirus Vaccine: कोरोना वायरस वैक्सीन के बाद भी आपका मास्क पहनना क्यों है ज़रूरी?

Coronavirus Vaccine कोविड-19 को हराने और महामारी से पहले की अपनी ज़िंदगी को दोबारा पाने के लिए हमारी इस लड़ाई की एक अच्छी शुरुआत है। लेकिन जैसा कि ज़्यादातर लोग सोचते हैं वैक्सीन के आने का मतलब वास्तव में लड़ाई के अंत नहीं है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Thu, 10 Dec 2020 05:31 PM (IST) Updated:Thu, 10 Dec 2020 05:31 PM (IST)
Coronavirus Vaccine: कोरोना वायरस वैक्सीन के बाद भी आपका मास्क पहनना क्यों है ज़रूरी?
कोरोना वायरस वैक्सीन के बाद भी आपका मास्क पहनना क्यों है ज़रूरी?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Vaccine: दुनिया भर के वरिष्ठ नागरिक और स्वास्थ्य कार्यकर्ता उन उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें सबसे पहले फाइज़र की प्रायोगिक वैक्सीन, BNT-162 लगाई जाएगी। पिछले सप्ताह में रूस में प्राथमिकता वाले समूहों को शॉट्स दिए गए हैं। इस जानलेवा वायरस को हराने के लिए इसी तरह का प्लान अब दुनियाभर के अन्य देशों में भी लागू किया जाएगा, जिसमें भारत भी शामिल है।

कोविड-19 को हराने और महामारी से पहले की अपनी ज़िंदगी को दोबारा पाने के लिए हमारी इस लड़ाई की एक अच्छी शुरुआत है। लेकिन जैसा कि ज़्यादातर लोग सोचते हैं, वैक्सीन के आने का मतलब वास्तव में लड़ाई के अंत नहीं है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इससे पहेल की हम कोविड को अतीत की बात मानें, इससे पहले हमें भविष्य के लिए सुरक्षा सावधानियों का पालन करना होगा।

जिन लोगों को वैक्सीन लगेगा उन्हें इसके बाद भी मास्क पहनने की ज़रूरत होगी। 

वैक्सीन से ख़त्म नहीं होगा कोविड-19

कोविड-19 वैक्सीन, संक्रमण से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के साथ हमारी सुरक्षा भी करेगा, लेकिन इसके बावजूद कई सवालों के जवाब अभी मौजूद नहीं हैं। एक वैक्सीन हमारे शरीर को एंटीबॉडी विकसित करना और विषाणुजनित स्ट्रेन को पहचानना सिखाएगा, लेकिन वायरस को पूरी तरह से समाप्त नहीं करेगा। वैक्सीन शरीर को कितनी इम्यूनिटी देगा या फिर संक्रमण के प्रसार को कितना रोकेगा इसके बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है।   

इसलिए, इस वक्त एक वैक्सीन पर अपनी आशाओं को टिकाना और ये निष्कर्ष निकालना कि इससे महामारी ख़त्म हो जाएगी, ये कम से कम अभी ग़लत होगा।

मास्क से होगा सबसे अच्छा बचाव

इस वक्त महामारी से बचाव का सबसे कारगर तरीका है मास्क पहनना। कई देशों ने क्रॉनिक रेस्पिरेटरी बीमारी के प्रकोप के कारण मास्क पहनना शुरू कर दिया है, जिससे वे संक्रमण के फैलने के ख़तरे को 70% तक कम कर सकते हैं।

बड़े पैमाने पर टीकाकरण में 2-3 साल लगेंगे

हम अभी टीकाकरण के पहले हफ्तों में हैं। हमारे सामने जनसंख्या और तार्किक चुनौतियों हैं, जिसके चलते सभी को वैक्सीन लगने में कम से कम 3 साल का समय लग जाएगा। इसके बाद ही सब वायरस से सुरक्षित हो पाएंगे। 

हम नहीं जानते किसे वैक्सीन लगी है और किसे नहीं

ये पता लगाना सभी के लिए बेहद मुश्किल है कि किसे वैक्सीन लगी है और किसे नहीं। इसलिए वैक्सीन के बाद भी सभी का मास्क पहनना बेहद ज़रूरी है ताकि वैक्सीन के बाद कोरोना के प्रसार को रोका जा सके। कई वैक्सीन में बूस्टर शॉट्स की भी ज़रूरत होगी, ताकि शरीर को अच्छी तरीके से सुरक्षित किया जा सके।  

सभी को नहीं लग सकती वैक्सीन

अरबों लोगों का टीकाकरण एक आसान काम नहीं है। साथ ही सभी लोगों को इसे लगवाने के लिए राज़ी करना भी आसान नहीं होगा। वैक्सीन के कुछ हल्के साइड-इफेट्स जानकर भी लोग इसे लगवाने के लिए आसानी से राज़ी नहीं होंगे। इसके अलावा ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें मेडिकल कंडिशन की वजह से वैक्सीन नहीं लग पाएगी। जिसका मतलब ये हुआ कि वे भी संक्रमण के प्रसार में भागीदार बन सकते हैं।

दोबारा भी हो सकता है संक्रमण

वायरस लगातार अपना रूप बदलते हैं और SARS-COV-2 के साथ भी ऐसा ही है। वैक्सीन के बावजूद, वैज्ञानिक ये नहीं बता पा रहे हैं कि वैक्सीन कितनी और कितने लंबे समय तक सुरक्षा दे पाएगी। इसलिए वैक्सीन के बावजूद दोबारा संक्रमित होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।

कब होगा मास्क न पहनना सुरक्षित?

इस बात का जवाब इस वक्त देना मुश्किल है कि हमारा मास्क न पहनना कब सुरक्षित होगा और हम कब आराम से कहीं भी घूम सकेंगे। जब तक हमारे पास कोरोना वायरस के प्रसार को रोकना या धीमा करने में वैक्सीन की प्रभावशीलता पर वास्तविक डेटा नहीं है, तब तक  मास्क का उपयोग करना छोड़ देना या जोखिम भरा काम करना कोई बुद्धिमानी भरा निर्णय नहीं होगा।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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