Coughing Etiquette: बचपन में सिखाए गए शिष्टाचार कोरोनाकाल में बन गए हैं स्वच्छता प्रोटोकाल, जानिए कैसे
Coughing Etiquette खांसते और छींकते समय मुंह पर रूमाल रखे कुछ भी खाने से पहले हाथ धोएं। बचपन के ये शिष्टाचार कोरोन से बचने का हथियार हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बचपन में स्कूल से लेकर घर तक हमें यही शिष्टाचार सिखाए जाते हैं कि छींकते और खांसते समय मुंह पर रूमाल रखें और खाना खाने से पहले हाथ धोएं। ये बचपन के शिष्टाचार कोरोनाकाल में लाइफलाइन बन गए हैं। ये छोटी-छोटी बातें ना सिर्फ अच्छे शिष्टाचार के प्रतीक हैं, बल्कि सांस की गंभीर बीमारियों को फैलने से रोकने में भी हमारी मदद करती हैं। पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है और ऐसे में हम सभी के लिए बचपन में सीखे गए इन शिष्टाचार का अभ्यास करना जरूरी है, ताकि कोरोना से महफूज रहा जा सके।
खांसते समय शिष्टाचार क्यों आवश्यक है:
खांसने, छींकने के शिष्टाचार का पालन करके आप श्वसन संक्रमण जैसे कि ठंड, फ्लू और यहां तक कि कोरोनावायरस को अन्य व्यक्तियों में फ़ैलने से रोक सकते हैं। आप जानते हैं ना कि कोरोनावायरस मुंह के ड्राप्लेट्स से फैलता है। अगर आप लोगों का ध्यान रखे बिना खुले में खांसते या छींकते हैं तो ये ड्रॉप्लेट्स स्वस्थ इनसान तक पहुंच कर उसे भी वायरस का शिकार बना सकते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक बीमार व्यक्ति संक्रमित बूंदों को छह फीट की दूरी तक भेज सकता है और ये कण कई घंटों तक हवा में रहते हैं, जो उनके आसपास के कई व्यक्तियों को बीमार बनाने के लिए पर्याप्त है। ऐसा नहीं है कि आपको बीमारी के समय ही खांसने और छींकने के शिष्टाचार का पालन करना चाहिए, बल्कि आप स्वस्थ हों तब भी खाँसी और छींकने के उचित शिष्टाचार का पालन करें।
चीजें जो आपको करनी चाहिए: कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कुछ बातें हैं, जिन्हें आपको अपनाना चाहिए।
जानिए और भी कई स्वच्छता शिष्टाचार
इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप अपने आप को और अपने प्रियजनों को बीमार होने से रोक सकते हैं।
Written By Shahina Noor