Claustrophobia- Symptoms And Causes: सुशांत सिंह राजपूत क्लॉस्ट्रोफोबिया से पीड़ित थे, जानिए क्या है ये बीमारी और उसके लक्षण
Claustrophobia- Symptoms And Causes क्लॉस्ट्रोफोबिया एक तरह का डर है एक तरह का एंग्जाइटी डिसऑर्डर है जो किसी भी इंसान को हो सकता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिंह राजपूत की बीमारी का खुलासा करते हुए बताया कि सुशांत क्लॉस्ट्रोफोबिया से पीड़ित थे। सुशांत को फ्लाइट में सफर करने से घबराहट होती थी, लिफ्ट में चढ़ते हुए सुशांत डरते थे। आखिर क्यों सुशांत को इस तरह की घबराहट होती थी, जिसकी वजह से उन्हें सफर करने से पहले दवाई खानी पड़ती थी। आखिर क्या है क्लॉस्ट्रोफोबिया? इस बीमारी के लक्षण क्या है? आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे मेंः
क्या है क्लॉस्ट्रोफोबिया:
क्लॉस्ट्रोफोबिया एक तरह का डर है, एक तरह का एंग्जाइटी डिसऑर्डर है, जो किसी भी इंसान को हो सकता है। एक अध्ययन से पता चला है कि दुनिया की 10 फीसदी आबादी गंभीर क्लॉस्ट्रोफोबिया से पीड़ित है। इनमें से केवल कुछ लोगों को ही इसका इलाज मिल पाता है। क्लॉस्ट्रोफोबिया शब्द ग्रीक शब्द से बना है, जिसका अर्थ है एक बंद जगह। IPSYCOM की एक रिपोर्ट के मुताबिक, द नेशनल सेंटर फॉर द ट्रीट ऑफ फोबियाज के डॉयरेक्टर और निदेशक ने कहा है कि क्लॉस्ट्रोफोबिया सबसे आम मनोरोगों में से एक है।
इस बीमारी से पीड़ित इंसान को बंद जगहों पर या छोटी जगह पर जाने से घुटन महसूस होती है। कुछ लोगों पर ये डर इतना ज्यादा हावी होता है कि उन्हें हर तंग जगह से डर लगता है। उन्हें ऐसा महसूस होता है, कि इस जगह पर उनकी सांसें चलनी बंद हो जाएंगी।
क्लॉस्ट्रोफोबिया के लक्षण:
क्लॉस्ट्रोफोबिया से पीड़ित इनसान को हर बंद जगह से डर लगता है। मेट्रो, सुरंग, छोटी जगह, लिफ्ट, बाथरूम में नहाते समय डर महसूस होता है। इस बीमारी से पीड़ित इंसान लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करना पसंद करते है। लोग कमरे में रहेंगे, लेकिन इस बीमारी से पीड़ित इंसान को रूम से बाहर खुले में खड़े रहना पसंद है।
क्लॉस्ट्रोफोबिया दरअसल बचपन में किसी दर्दनाक अनुभव का परिणाम है, जो उसे काफी वक्त तक प्रभावित करता रहता है। इस बीमारी की कई वजह है, जैसे बचपन में किसी गढ्डे में गिर जाना, पैरेंट्स के साथ जाते समय कहीं खो जाना जैसे दर्दनाक अनुभव बच्चे में बचपन से घर कर जाते हैं, जो उसे युवा अवस्था में भी घेरे रहते है।
इलाज
क्लॉस्ट्रोफोबिया के लिए उपचार मुख्य रूप से चिकित्साविधान आधारित है। इस बीमारी का ईलाज करने के लिए संज्ञानात्मक स्वभावजन्य थेरेपी (सीबीटी) का प्रयोग किया जाता है ।
Written By Shahina Noor