बॉडी में पानी की कमी को दूर कर रोगों के रखते हैं दूर ये फूड्स

ऐसे फूड्स जो शरीर में पानी की जरूरत को पूरा करेंगे वहीं इनमें मौजूद विटामिन्स व एंटीऑक्सीडेंट्स एंटी एंजिंग का भी काम करते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Tue, 16 Apr 2019 04:53 PM (IST) Updated:Thu, 18 Apr 2019 12:00 PM (IST)
बॉडी में पानी की कमी को दूर कर रोगों के रखते हैं दूर ये फूड्स
बॉडी में पानी की कमी को दूर कर रोगों के रखते हैं दूर ये फूड्स

गर्मी के मौसम में तेजी आने के साथ ही सताने लगा है डिहाइड्रेशन का खतरा, पर इससे बचाव के लिए सिर्फ पानी पीना ही काफी नहीं है। जरूरी है कि हम अपने आहार में शामिल करें हाई वाटर कंटेंट वाले खाद्य पदार्थ। इसका दोहरा फायदा है। एक ओर जहां ये शरीर की पानी की जरूरत को पूरा करेंगे, वहीं इनमें मौजूद विटामिन्स व एंटीऑक्सीडेंट्स एंटी एंजिंग का भी कार्य करेंगे। इनके सेवन से रोगों से लड़ने की शक्ति भी मजबूत होगी।तरबूज 92 प्रतिशत पानी

वैज्ञानिक अध्ययनों में इस बात की पुष्टि की गई है कि लो फाइबर और हाई वाटर कंटेंट वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से पानी की भांति ही शरीर को दोगुना हाइड्रेशन प्राप्त होता है। ऐसे खाद्य पदार्थों में पहले नंबर पर आता है तरबूज। इसमें करीब 92 प्रतिशत पानी होता है, जबकि शुगर मात्र आठ प्रतिशत। इसमें हाइड्रेशन को बेहतर बनाने वाले मिनरल्स जैसे सोडियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह रसीला फल कैंसर रोधी और त्वचा पर उम्र के असर को कम करने वाले तत्व लाइकोपीन का भी अच्छा स्रोत है। यह दिलचस्प तथ्य है कि इसमें कच्चे टमाटर की तुलना में अधिक लाइकोपीन पाया जाता है।

खीरा 96 प्रतिशत पानी

गर्मियों में लोग सलाद या रायते में खीरे का खूब इस्तेमाल करते हैं। कई शोध-अध्ययनों में इस बात की पुष्टि की गई है कि खीरे में मौजूद मिनरल्स, साल्ट और शुगर शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। खीरे में सिलिका नामक मिनरल पाया जाता है, जो त्वचा में कसाव लाने और उसे झुर्रियों से मुक्त रखने में अहम भूमिका निभाता है। यही नहीं इसमें विटामिन सी भी प्रचुर मात्रा में होता है, जो त्वचा के लिए बेहद लाभकारी रहता है।

टमाटर 94 प्रतिशत पानी

ज्यादातर लोग सलाद के रूप में टमाटर का सेवन करना पसंद करते हैं। ये न सिर्फ शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिहाज से फायदेमंद है, बल्कि इससे त्वचा का सौंदर्य भी बरकरार रहता है। इसमें प्रचुर मात्रा में मौजूद लाइकोपीन नामक तत्व त्वचा में कसाव लाने के साथ ही सूर्य की हानिकारक किरणों से पहुंचने वाले नुकसान से भी उसे सुरक्षित रखता है।

मूली 95 प्रतिशत पानी

मूली का प्रयोग लगभग हम सभी सलाद के रूप में अधिक करते हैं। नमक और नींबू लगाकर भी इसका सेवन किया जाता है। इसे किसी भी रूप में खाएं। स्वाद और सेहत दोनों के लिहाज से इसका सेवन अच्छा है। इसके सेवन से शरीर में तरावट पहुंचती है। साथ ही यह रक्त को शुद्ध करने और शरीर को डिटॉक्स करने भी मदद करती है। इसमें विटामिन सी, ई, ए, के और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ ही मिनरल्स जैसे जिंक, पोटैशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इनकी वजह से मूली का सेवन न सिर्फ त्वचा का सौंदर्य बढ़ाता है, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत करता है। हेल्थ एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि मूली का सेवन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हुए हृदय रोगों का खतरा भी कम करता है।

पालक 91 प्रतिशत पानी

शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिहाज से खाद्य पदार्र्थो से पानी एब्जार्ब करने के साथ ही मिनरल्स साल्ट का संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है। पालक में 92 प्रतिशत पानी के साथ ही पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए इसका सेवन शरीर की पानी की जरूरत को पूरा करने में मदद करता है। फोलेट, आयरन, कैल्शियम, कैरेटोनॉयड्स, विटामिन सी, ई सहित प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदगी के कारण यह त्वचा में निखार लाती है। पालक का सेवन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। पालक आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ही हृदय रोगों का खतरा कम करने में भी लाभकारी है।

सलाद पत्ता 96 प्रतिशत पानी

इसका क्रंची स्वाद लाजवाब होता है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है। सलाद के रूप में इसका सेवन किया जाता है। न सिर्फ हाइड्रेशन, बल्कि कई अन्य वजहों से भी सलाद पत्ता को आहार में शामिल करना अच्छा आइडिया है। इसमें कुछ अहम पोषक तत्व जैसे फोलेट, विटामिन के, ए प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इनकी वजह से इसका सेवन गर्भस्थ शिशु को विकारों से मुक्त रखने के लिहाज से गर्भवती स्त्रियों के लिए खासतौर से बेहद लाभकारी कहा गया है। हड्डियों और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिहाज से भी सलाद पत्ता का सेवन फायदेमंद रहता है।

हरी शिमला मिर्च 93 प्रतिशत पानी

यूं तो सभी रंगों की शिमला मिर्च में हाई वाटर कंटेंट रहता है, लेकिन इस मामले में टॉप पर आती है हरी शिमला मिर्च। इसमें विटामिन ए, सी, के, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स तत्व कैरेटोनॉयड्स, लाइकोपीन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इनकी वजह से इसका सेवन शरीर की पानी की जरूरत को पूरा करने के साथ ही एंटी एजिंग का भी कार्य करता है। शिमला मिर्च में मौजूद उपरोक्त पोषक तत्व कैंसर और एनीमिया से बचाव के साथ ही ब्लड शुगर के सही स्तर को बनाए रखते हुए डायबिटीज से सुरक्षित रखते हैं।

 

बेबी कैरेट्स90 प्रतिशत पानी

सलाद के शौकीन लोगों को खीरे के अलावा बेबी कैरेट्स भी खूब भाती हैं। भले ही लाल रसीली गाजर का सीजन समाप्त हो गया है, पर बेबी कैरेट्स बाजार में सरलता से उपलब्ध हैं। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है ये साइज में छोटी होती है, लेकिन जब वाटर कंटेंट और पोषक तत्वों की बात आती है तो ये बेबी कैरेट्स सामान्य गाजर की तुलना में आगे हैं। इनमें विटामिन ए, सी, के समेत प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर पाया जाता है। इनकी वजह से इनका सेवन कोलेस्ट्राल के स्तर को सही रखने, डायबिटीज इत्यादि रोगों की रोकथाम के साथ ही त्वचा पर उम्र के असर को मात देने में मददगार होता है।

केला 74 प्रतिशत पानी

हेल्थ एक्सप‌र्ट्स की राय में वर्कआउट के बाद खाने के लिए केला बेस्ट फूड है। 74 प्रतिशत वाटर कंटेंट होने की वजह से इसका सेवन हाइड्रेशन के लिहाज अच्छा माना जाता है। केले में प्रचुर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है, जो बेहद जरूरी इलेक्ट्रोलाइट है। दरअसल डिहाइड्रेशन की वजह से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में जब हम पोटैशियम रिच केले का सेवन करते हैं तो यह संतुलन पुन: प्राप्त करने और शरीर का फ्लूइड लेवल सही रखने में मदद मिलती है। वहीं पोटेशियम की प्रचुर मात्रा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने और दिल को सेहतमंद रखने के लिहाज से भी फायदेमंद रहता है।

बंदगोभी 92 प्रतिशत पानी

क्रूसीफेरस सब्जियों में शामिल पत्तागोभी में हाई वाटर कंटेंट होने के साथ ही फोलेट, विटामिन सी, के, ग्लूकोसाइनोलेट्स समेत कई अहम एंटीऑक्सीडेंट्स व पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये डायबिटीज, दिल की बीमारियों और कैंसर के खतरे से सुरक्षित रखते हैं। क्रूसीफेरस सब्जियों में ही ब्रोकोली भी शामिल है। ब्रोकोली में 90 प्रतिशत पानी होता है। इसके साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन ए और सी पाया जाता है। क्रूसीफेरस सब्जियों का सेवन संपूर्ण सेहत के लिहाज से लाभकारी है, क्योंकि इनमें सल्फोराफेन नामक तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो कैंसर उत्पन्न करने वाले विषैले केमिकल्स को शरीर से बाहर निकालता है।

दही 88 प्रतिशत पानी

आजकल बाजार में फ्लेवर्ड योगर्ट मिलते हैं, पर सेहत के लिहाज से बेस्ट है सादा दही। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें ताजे कटे फल और ड्राई फ्रूट्स मिला सकती हैं। हाई वाटर कंटेंट होने के साथ ही इसमें प्रचुर मात्रा में पोटेशियम, सोडियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम इत्यादि मिनरल्स पाए जाते हैं। ये शरीर से रिक्त इलेक्ट्रलाइट्स को बॉडी में रीस्टोर करके ऊर्जावान बनाने में मदद करते हैं। दही में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन डी भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इस प्रकार दही के सेवन से शरीर की पानी की जरूरत पूरी होने के साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्व हमारी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। दही को बेस्ट प्रोबायोटिक फूड की श्रेणी में भी रखा जाता है यानी इसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया हमारी आंतों को स्वस्थ रखते हैं।

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