Viral Fever: देशभर में तेजी से बढ़ रहे वायरल फीवर के मामले, जानें इसके लक्षण से लेकर बचाव तक सबकुछ

Viral Fever मानसून का सीजन सुहाने मौसम के साथ ही अपने साथ कई सारी बीमारियां और संक्रमण भी लेकर आता है। इन दिनों जहां देशभर में आई फ्लू समेत कई तरह के संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं वहीं अब वायरल फीवर के मामलों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। आइए जानते हैं इसके लक्षणकारण और बचाव के तरीके-

By Harshita SaxenaEdited By: Publish:Wed, 16 Aug 2023 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 16 Aug 2023 07:03 AM (IST)
Viral Fever: देशभर में तेजी से बढ़ रहे वायरल फीवर के मामले, जानें इसके लक्षण से लेकर बचाव तक सबकुछ
जानें वायरल फीवर से जुड़ी सभी जरूरी बातें

HighLights

  • देशभर में इन दिनों वायरल फीवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
  • मौसम में बदलाव की वजह से इन मामलों में तेजी देखने को मिल रही है।
  • ऐसे में जानते हैं इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीकों के बारे में।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Viral Fever: बदलते मौसम के साथ ही बीमारियों और संक्रमण खतरा भी बढ़ जाता है। देशभर में इस समय मौसमी फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मानसून के मौसम की वजह से संक्रमण, वायरल और कंजेक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहे हैं। लगातार होती बारिश ने कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं, जिससे इन मामलों में और तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हाल ही में कानपुर, गुवाहाटी, कोलकाता समेत देश के कई हिस्सों में वायरल बुखार और फ्लू के मामलों में तेजी आई है।

मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण संक्रामक रोगों के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। दरअसल, मानसून में खराब मौसम और नमी का स्तर बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के पनपने और फैलने के लिए एक आदर्श वातावरण बनाते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि मौसम में बदलाव के कारण होने वाले वायरल फीवर के बारे में सही जानकारी हासिल की जाए और इसे रोकने के लिए सही कदम उठाए जाएं। आज इस आर्टिकल में हम आपको वायरल फीवर से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां बताने वाले हैं।

बुखार क्या है?

सामान्य मानव शरीर का तापमान लगभग 37 डिग्री सेल्सियस या 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। जब शरीर का तापमान इससे ऊपर चला जाता है, तो उसे बुखार कहा जाता है। शरीर के तापमान का बढ़ा हुआ होना यह संकेत है कि आपका शरीर किसी वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण से लड़ रहा है।

वायरल बुखार के लक्षण

पसीना आना शरीर में दर्द ठंड लगना मांसपेशियों में दर्द थकान और कमजोरी भूख में कमी डिहाइड्रेशन जी मिचलाना

वायरल बुखार के कारण

किसी संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श या भोजन के माध्यम से संपर्क में आने से वायरल हो सकता है। दूषित भोजन और पानी का सेवन करना। कीड़े के काटने से वायरस फैलते हैं, जो वायरल ठंड का कारण बन सकते हैं। किसी संक्रमित व्यक्ति के वायरस युक्त ड्रॉपलेट को इन्हेल करने से भी मौसमी फ्लू हो सकता है।

वायरल के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां

वायरल के लिए पूरा आराम करना महत्वपूर्ण है। इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी और अन्य तरल पदार्थों पिएं। स्वस्थ और हल्का भोजन करें। पचने में आसान भोजन शरीर को जल्दी स्वस्थ होने में मदद कर सकता है। व्यक्तिगत और अपने आसपास की स्वच्छता बनाए रखें। वायरस फैलने के जोखिम को कम करने के लिए लोगों से दूरी बनाए रखें।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik

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