World Heart Day: किन लोगों को सबसे ज़्यादा होता है Heart Attack और Cardiac Arrest का ख़तरा?

These People Are At Major Risk Of Heart Attack And Cardiac Arrest दिल की बीमारी से होने वाली मौतों में ज़्यादातर लोग शुरुआती चेतावनी पर ग़ौर नहीं करने की बड़ी भूल कर बैठते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Sat, 28 Sep 2019 01:20 PM (IST) Updated:Sun, 29 Sep 2019 08:48 AM (IST)
World Heart Day: किन लोगों को सबसे ज़्यादा होता है Heart Attack और Cardiac Arrest का ख़तरा?
World Heart Day: किन लोगों को सबसे ज़्यादा होता है Heart Attack और Cardiac Arrest का ख़तरा?

नई दिल्ली, जेएनएन। These People Are At Major Risk Of Heart Attack And Cardiac Arrest: दिल की बीमारी एक बेहद गंभीर रोग है लेकिन यह जानने के बावजूद कई बार लोग इसके शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं और इस लापरवाही का नतीजा अक्सर जानलेवा साबित होता है। दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 29 सितंबर को दुनिया भर में वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। 

दिल की बीमारी से होने वाली मौतों में ज़्यादातर लोग शुरुआती चेतावनी पर ग़ौर नहीं करने की बड़ी भूल कर बैठते हैं। ये बात दुनिया भर में हुए कई अध्ययन में पाई गई है। इस सिलसिले में शोधकर्ताओं ने पिछले चार साल के बीच अस्पतालों में दिल के दौरे की वजह से भर्ती होने वाले मरीजों और मौत के सभी मामलों की स्टडी की थी। शोध में पाया गया कि 16 फीसदी मामलों में अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीज़ों की मौत 28 दिनों में ही हो गई थी।

किन्हें होता है Heart Attack का सबसे ज़्यादा खतरा

1. मोटापे के शिकार लोग

2. दिल की बीमारियों का पारिवारिक इतिहास

3. उच्च रक्त चाप (हाई ब्लड प्रेशर)

4. मधुमेह (डायबीटीज़)

5. शारीरिक व्यायाम न करना

6. एक गतिहीन जीवन शैली 

किन्हें होता है Cardiac Arrest का सबसे ज़्यादा ख]तरा

1. शौकिया दवाइयां खाना

2. दिल की बीमारी की अन्य दवाएं 

3. दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचना

4. दिल की धड़कन में असामान्यताएं  

कार्डिऐक अरेस्ट के खतरे से बचने के लिए यह जरूरी है कि आप रुटीन चेक-अप और दिल की नियमित जांच कराते रहें। कार्डिऐक अरेस्ट के मामले में, यह ज़रूरी है कि जितना जल्दी हो सके उतनी जल्दी एक्शन लें, तभी आपकी जान बच सकेगी। जब तक डॉक्टर आए तब तक आप तुरंत मरीज़ पर सीपीआर शुरू कर दें। 

वहीं, हार्ट अटैक के मामले में, फौरन एम्बुलेंस को फोन कर बुलाएं और अगर मरीज़ बेहोश हो जाए तो उसके सीपीआर शुरू कर दें।  आप मरीज़ को ऐस्प्रिन की एक गोली भी दे सकते हैं, लेकिन अगर डॉक्टर ने किसी और दवा का सुझाव दिया है तो उसे ही फॉलो करें।

Disclaimer: इस लेख में व्यक्त किए गए विचारों को एक चिकित्सक की सलाह के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से सलाह करें।

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